गाजियाबाद। श्रावण मास की शिवरात्रि जैसे-जैसे नजदीक आ रही है। वैसे-वेैसे कांवड़ मार्ग पर शिवभक्तों का हुजुम आने लगा है। दिल्ली-मेरठ हाईवे से लेकर शहर की सड़कों और टीएचए के मार्ग हर-हर महादेव के जयघोष से गूंज रहे हैं। भोले मार्ग में लगे शिविरों में आराम करने के साथ ही कांवड़िया कांवड़ लाय रहे, भोले की महिमा गाय रहे…आदि कांवड़ गीतों पर झूमते भी नजर आ रहे हैं।
कोई गोमुख से गंगाजल ला रहा है तो कोई हरिद्वार से बड़ी झांकी के साथ कांवड़ ला रहा है। कोई कांधे पर 111 लीटर गंगाजल लिए शिव की भक्ति में डूबकर आगे बढ़ता रहा। सभी में 250 किलोमीटर मीटर दूर चलने के बाद भी ऊर्जा बनी हुई। रविवार को राजनगर एक्सटेंशन चौराहा पर रंग बिरंगी कांवड़ लेकर श्रद्धालु अपने गंतव्य की ओर रवाना हुए। इसके अलावा एक्टेंशन में लगे सिविल डिफेंस के शिविर में वालंटियर कांवड़ियों की सेवा कर रहे हैं। कांवड़ मार्ग पर स्थानीय लोग कांवड़ियों का उत्साह बढ़ाते हुए जूस और पानी की सेवा कर रहे हैं। वहीं पटेल नगर के पास लगे शिविर में कांवडि़ये काफी उत्साह में कांवड़ गीतों पर झूमते नजर आए।
साहिबाबाद मेट्रो स्टेशन के पास रविवार को भोले के भक्तों से सड़कें भगवा रंगी में नजर आई। राजस्थान के शेखर चार लोगों की टीम बनाकर बड़ी झांकी के साथ कांवड़ लेकर जा रहेे हैं। उन्होंने बताया कि वह अपनी टीम के साथ हरिद्वार से गंगाजल लेकर 23 जुलाई को चले थे। गर्मी को देखते हुए टीम ने तय किया है कि यात्रा सुबह और रात के समय की जाएगी, जिससे किसी भी भक्त को परेशानी ना हो। आराम करते हुए भी दो अगस्त को शिवरात्रि से पहले हम राजस्थान पहुंच जाएंगे।