नयी दिल्ली। केन्द्रीय गृह एवं सहकारिता मंत्री अमित शाह ने राज्यों में नक्सलवादी हिंसा और उग्रवाद एवं आतंकवाद से निपटने में केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल (सीआरपीएफ) की भूमिका की बुधवार को सराहना की।
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शाह ने सीआरपीएफ के कामकाज में हिंदी के प्रयोग को प्रोत्साहित किए जाने का सुझाव दिया ताकि भाषाई एकता मजबूत हो। उन्होंने जवानों के बेहतर स्वास्थ्य के लिए अन्न और आयुर्वेद के उपयोग की भी सिफारिश की। वह राजधानी में सीआरपीएफ के मुख्यालय जा कर बल के काम काज की समीक्षा कर रहे थे।
गृह मंत्रालय की एक विज्ञप्ति के अनुसार शाह ने बल के मुख्यालय पर वरिष्ठ अधिकारियों से मुलाकात की और इसके परिचालन और प्रशासनिक प्रदर्शन की व्यापक समीक्षा की। बैठक में केन्द्रीय गृह सचिव सहित गृह मंत्रालय के अनेक वरिष्ठ अधिकारी भी उपस्थित थे।
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बयान में कहा गया है कि बल के महानिदेशक अनीश दयाल सिंह ने गृह मंत्री को संगठन में अनुकम्पा आधारित नियुक्तियों सहित बल के शहीद जवानों के परिवारों के लिए चलाई जा रही विभिन्न कल्याणकारी योजनाओं से अवगत कराया। इस दौरान शाह ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में देश में आंतरिक सुरक्षा और शांति सुनिश्चित करने में सीआरपीएफ की महत्वपूर्ण भूमिका है। शाह ने कहा कि नक्सलवाद से निपटने, पूर्वोत्तर राज्यों और जम्मू -कश्मीर में शांति और स्थिरता बहाल करने में इस केंद्रीय पुलिस बल ने सराहनीय कार्य किया है।
विज्ञप्ति के मुताबिक अमित शाह ने भाषाई एकता को मजबूत करने के लिए बल के दैनिक कामकाज में हिंदी को बढ़ावा देने के महत्व पर जोर दिया। अमित शाह ने जवानों के बेहतर स्वास्थ्य के लिए अन्न (मोटे अनाज) के अधिक से अधिक उपयोग पर बल देने के साथ-साथ बेहतर स्वास्थ्य के लिये जवानों से प्रकृति परीक्षण अभियान के अर्न्तगत आयुर्वेद के अधिकाधिक उपयोग का भी आह्वान किया।