मेरठ। निवाड़ी थाना क्षेत्र में लाल सूटकेस में मिला बालक का शव लिसाड़ी गेट के जुनेद का नहीं था। परिजनों का आरोप है कि दबाव देकर उनसे पहचान कराई गई। गाजियाबाद पुलिस ने रविवार को दावा किया था कि परिजनों ने फोटो देखकर जुनेद की पहचान की है।
लिसाड़ी गेट के तारापुरी निवासी रियाजुद्दीन मजूदर हैं। वह ससुराल के पास किराए के मकान में पत्नी हिना और बेटे जुनेद के साथ रहते थे। जुलाई 2022 में जुनेद घर के पास खेलते समय अगवा कर लिया गया था। उस समय जुनेद की उम्र 8 वर्ष बताई थी। परिजनों ने थाने में रिपोर्ट दर्ज कराई थी। काफी तलाश के बाद भी जुनेद का कोई सुराग नहीं मिला था। पुलिस ने मामले में एफआर लगा दी थी।
केस एएचटीयू को सौंपा गया। परिजनों की बेटे के वापस आने की उम्मीद टूटने लगी थी। गत रविवार को गाजियाबाद पुलिस लिसाड़ी गेट पहुंची और परिजनों से बातचीत करने और फोटो दिखाने के बाद सूटकेस में मिला शव जुनेद का होने का दावा किया। जुनेद की नानी शन्नो ने बताया कि गाजियाबाद पुलिस की दिखाई फोटो जो कि जुनेद की लग रही थी। सोमवार को परिजनों और रिश्तेदारों से बात की गई और पुराने फोटो देखे गए तो उन्हें पता चला कि शव जुनेद का नहीं है। गाजियाबाद पुलिस जबरन इसे जुनेद का शव साबित न करे।