देहरादून। उत्तराखंड में चारधाम यात्रा सुचारू ढंग से संचालित हो रही है। हर रोज चारों धामों में हजारों की संख्या में श्रद्धालु दर्शन करने पहुंच रहे हैं। दूसरी तरफ चारधाम यात्रा में आने वाले श्रद्धालुओं की मौतों का आंकड़ा भी लगातार बढ़ता जा रहा है। 10 मई से शुरू हुई चारधाम यात्रा के दौरान अब तक 100 यात्रियों की मौत हो चुकी है।
राज्य आपातकालीन परिचालन केंद्र की ओर से रविवार को सचिवालय स्थित कंट्रोल रूम से तीर्थयात्रियों की मौत की रिपोर्ट जारी की गई है। राज्य आपातकालीन परिचालन केंद्र के अनुसार, कपाट खुलने के बाद से अब तक केदारनाथ में सबसे ज्यादा 49 तीर्थयात्रियों की मौत हो चुकी है। इसके बाद बद्रीनाथ में 22 तो यमुनोत्री में 22 व गंगोत्री में सात श्रद्धालुओं की जान तीर्थयात्रा के दौरान जा चुकी है।
तीर्थयात्रियों की मौत के बढ़ते आंकड़ों को लेकर स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों का कहना है कि यात्रा के दौरान मौत के मामलों में अधिकांश बुजुर्ग और पहले से किसी बीमारी से ग्रस्त लोग शामिल हैं। स्वास्थ्य विभाग का दावा है कि चारधाम यात्रा के पहले तीर्थयात्रियों की स्क्रीनिंग कराई जा रही है। विभाग के अनुसार, अब तक करीब दो लाख श्रद्धालुओं की स्क्रीनिंग कराई जा चुकी है। इसके बावजूद बड़ी संख्या में तीर्थयात्री बीमारी छुपाकर यात्रा के लिए पहुंच रहे हैं।
दरअसल, विभाग की ओर से चारधाम यात्रियों के लिए एडवाइजरी जारी की जा चुकी है। इसके तहत यात्रा पर आने से पहले अनिवार्य रूप से स्वास्थ्य परीक्षण कराने और गंभीर होने पर यात्रा न करने की सलाह दी गई है।