नई दिल्ली। राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली में शुक्रवार को एक बार फिर से चार प्राइवेट स्कूलों को बम से उड़ाने की धमकी मिली है। सूचना पर पहुंची पुलिस टीम ने जांच शुरू कर दी है। पुलिस और दमकल विभाग स्कूलों पर मौजूद है। अभी तक कुछ संदिग्ध नहीं मिला है। फोन कॉल और ई मेल से धमकी दी गई है। इसमें कहा गया है कि “हम आपको यह सूचित कर रहे हैं कि आपके स्कूल परिसर में कई विस्फोटक सामग्री लगाईं जा चुकी हैं। हमें बहुत ही अच्छे से पता है कि आप अपने स्कूल में प्रवेश करने वाले बच्चों के बैग की जांच नहीं करते हैं।
“ई-मेल में आगे कहा गया है कि विस्फोटक स्कूल सहित आसपास के लोगों को नुकसान पहुंचाने की अपने अंदर पर्याप्त क्षमता रखता है। “इसके अलावा, हमें यह जानकारी मिली है कि आज से 14 दिसंबर तक, यानी कल, दोनों दिनों में, एक अपेक्षित पैरेंट्स टीचर मीटिंग (पीटीएम) और खेल दिवस पर मार्च भी होने वाला है। इस एक्टिविटी में एक सीक्रेट डार्क वेब ग्रप शामिल है और कई रेड रूम भी हैं। बम इमारतों को नष्ट करने और लोगों को नुकसान पहुंचाने के लिए पर्याप्त हैं।
“धमकी में आगे कहा गया है, “13 दिसंबर 2024 और 14 दिसंबर 2024, ये दोनों दिन में आपके स्कूल में बम धमाके हो सकते हैं। 14 दिसंबर को एक निर्धारित टीचर-पैरेंट्स मीटिंग है और इस दिन बम विस्फोट होने का बड़ा फायदा है। बम धमाका 13 दिसंबर को किया जाएगा या 14 दिसंबर को ये बात गोपनीय है, लेकिन यह निश्चित है कि बम अभी लगाए गए हैं।’ जिन स्कूलों को धमकी मिली है, उनमें डीपीएस, मॉडर्न स्कूल, कैम्ब्रिज स्कूल, सलवान पब्लिक स्कूल शामिल है। शुक्रवार देर रात 12 बज कर 54 मिनट पर इन स्कूलों को बम से उड़ाने की धमकी मिली है।
सुबह 6 बजकर 23 मिनट पर श्रीनिवासपुरी के कैम्ब्रिज स्कूल और 6 बजकर 35 मिनट पर डीपीएस अमर कॉलोनी के स्कूल ने ई-मेल देखा। इस धमकी के बाद स्कूल परिसर में बड़ी संख्या में दमकल विभाग और सुरक्षाबलों को तैनात कर दिया गया, जो पूरे स्कूल की जांच पड़ताल कर रहे हैं। बता दें कि इससे पहले 9 दिसंबर को दिल्ली के 40 स्कूलों को बम से उड़ाने की धमकी मिली थी। इस संबंध में मेल आया था। इसके बाद बच्चों को घर भेज दिया गया था। लेकिन, जांच में किसी भी प्रकार का संदिग्ध तथ्य निकलकर सामने नहीं आया था। वहीं, इससे पहले इससे पहले 20 नवंबर को रोहिणी के वेंकटेश्वर ग्लोबल स्कूल को भी बम से उड़ाने की धमकी मिली थी। वहीं, तमिलनाडु के एक सीआरपीएफ स्कूल को भी 21 अक्टूबर को बम से उड़ाने की धमकी मिली थी।