नयी दिल्ली। राज्यसभा में मंगलवार को महाराष्ट्र में बरसात और बाढ़ से प्रभावित लोगों तथा शहरों की सहायता करने की मांग की गई।
भारतीय जनता पार्टी की डॉक्टर मेधा विश्राम कुलकर्णी ने शून्य काल के दौरान ‘सभापति की अनुमति से उठाएं गये मामले’ के अंतर्गत महाराष्ट्र में असाधारण वर्षा और उत्पन्न स्थिति का मामला उठाया। उन्होंने कहा कि मुंबई, पुणे, सातारा, बारा तथा अन्य क्षेत्रों में असाधारण वर्षा के कारण बाढ़ का सामना करना पड़ रहा है। लोगों ने अपने परिजनों को खो दिया है और शहरों का बुनियादी ढांचा ध्वस्त हो गया है। उन्होंने कहा कि प्रभावित लोगों की विशेष मदद की जानी चाहिए और शहरों में ध्वस्त हुए बुनियादी ढांचे को फिर से तैयार करने के लिए वित्तीय मदद भी दी जानी चाहिए। उन्होंने कहा कि ऐसा बुनियादी ढांचा तैयार किया जाना चाहिए, जिससे ऐसी घटनाएं फिर नहीं हो।
कांग्रेस के विवेक तंखा ने देश में राष्ट्रीय शैक्षिक अनुसंधान एवं प्रशिक्षण परिषद (एनसीईआरटी) की पुस्तकों की कमी का मामला उठाया और कहा कि अप्रैल में नया शिक्षण सत्र शुरू हो चुका है, जबकि छात्रों को अभी तक पुस्तक नहीं मिली है। उन्होंने कहा कि देश के दूर-दराज के हिस्सों में छात्रों को अति शीघ्र पुस्तक पहुंचाई जानी चाहिए।
समाजवादी पार्टी के रामजीलाल सुमन ने इलाहाबाद उच्च न्यायालय की एक पीठ पश्चिमी उत्तर प्रदेश के आगरा में स्थापित करने की मांग की। उन्होंने कहा कि इससे पश्चिमी उत्तर प्रदेश के लोगों को शीघ्र न्याय मिल सकेगा और वह लंबी यात्रा से बच सकेंगे।