नई दिल्ली। केरल के वायनाड में हुए भूस्खलन के कारण भारी तबाही मची है। भूस्खलन के कारण आई प्राकृतिक आपदा से निपटने के लिए केंद्र सरकार ने सेना के जवानों, एनडीआरएफ, एसडीआरएफ, आर्म्ड पुलिस फोर्स और एयरफोर्स को राहत एवं बचाव कार्यों के लिए तैनात किया है। केंद्रीय रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने वायनाड में बचाव कार्यों के लिए भारतीय सेनाध्यक्ष से फोन पर बात की। उन्हें भूस्खलन प्रभावित वायनाड में मदद एवं बचाव के लिए सेना को तैनात करने को कहा है। सेना की टीमें वायनाड में मौके पर पहुंच गई हैं। रिपोर्ट के अनुसार, भूस्खलन के कारण अब तक 45 से अधिक लोगों की मौत हो चुकी है। जेपी नड्डा ने राज्यसभा में भूस्खलन को एक बड़ी त्रासदी बताया है।
उन्होंने कहा कि यह त्रासदी सिर्फ केरल के लिए नहीं है, बल्कि इससे पूरा देश दुखी है। केंद्र सरकार केरल में राहत कार्य के लिए जो कुछ भी कार्य जरूरी है वह कर रही है। जेपी नड्डा ने कहा कि मैं सरकार की ओर से यह आश्वासन देता हूं केरल में राहत एवं बचाव कार्य के लिए जो भी जरूरी होगा वह किया जाएगा। प्रधानमंत्री ने केरल के मुख्यमंत्री से बात की है। उन्होंने मुख्यमंत्री को मदद का आश्वासन दिया है। राज्य सरकार के साथ समन्वय में कार्य किया जा रहा है। सबसे पहला काम दबे शवों को निकालना है। हम सब लोग इस आपदा की घड़ी में साथ हैं।
उन्होंने कहा कि पीएम मोदी के नेतृत्व में चलने वाली यह सरकार प्रोएक्टिव है प्रो रेस्पॉन्सिव है। यदि कोई ऐसा सुझाव आता है जिससे कि हम अपने कार्यों में शामिल कर सकते हैं, तो हम ऐसे सुझावों का भी स्वागत करते हैं। राज्यसभा में ही केंद्रीय मंत्री जी किशन रेड्डी ने कहा कि केरल के आपदा ग्रस्त क्षेत्रों में राहत एवं बचाव कार्यों के लिए सशस्त्र बलों को भेज दिया गया है। पीएम मोदी के आदेश पर पिछले हफ्ते ही नेशनल लैंडस्लाइड फोरकास्टिंग इंस्टीट्यूट का गठन किया गया है।