नयी दिल्ली। कांग्रेस के शक्ति सिंह गोहिल ने राज्यसभा में जर्मनी में बाल देखभाल केंद्र में रह रही भारतीय बालिका अरिहा जैन का मामला उठाया और सरकार से इसमें हस्तक्षेप की मांग की।
गोहिल ने बुधवार को सदन में शून्यकाल के दौरान कहा कि अरिहा जैन नौ माह की थी तबसे जर्मनी की सरकार ने बलपूर्वक बाल देखभाल केंद्र में रखा हुआ है। तीन वर्ष हो गया,यह बालिका जर्मनी के बाल देखभाल केंद्र में अभी भी हैं। संयुक्त राष्ट्र के एक समझौते के अनुसार प्रत्येक व्यक्ति को अपने धर्म, परंपरा और संस्कृति का पालन करने का अधिकार है लेकिन इस बालिका को जैन संस्कृति से दूर किया जा रहा है। बालिका को मांसाहार दिया जा रहा है।
उन्होंने कहा कि इस बालिका का जन्म भारत में हुआ है और वह भारतीय नागरिक है। केंद्र सरकार को अपनी ओर हस्तक्षेप करते हुए इस बालिका को भारत लाना चाहिए। उन्होंने कहा कि इस बालिका को जर्मनी में भी गुजराती किसी परिवार के संरक्षण में दिया जा सकता है।
गोहिल ने कहा कि विदेशों में भारतीय बच्चों को बिना किसी वाजिब कारण से छीना जा रहा है। मामूली कारणों से बच्चों को उनके माता पिता से दूर किया जा रहा है। पुलिस की जांच में भी आरोप सिद्ध नहीं होते हैं। उन्होंने कहा कि भारतीय बच्ची को वापस लाना चाहिए और जर्मन सरकार पर दबाव डाला जाना चाहिए।