नयी दिल्ली। राज्यसभा में मंगलवार को स्वतंत्रता सेनानी, पत्रकार, लेखक , क्रांतिकारी समाज सुधारक एवं दानवीर राजा महेन्द्र प्रताप सिंह को भारत रत्न देने की मांग की गयी।
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समाजवादी पार्टी के रामजी लाल सुमन ने सदन में शून्यकाल के दौरान यह मांग करते हुए कहा कि राजा महेन्द्र प्रताप देश के स्वतंत्रता सेनानियों में से एक थे। देश की आजादी में उनका विशेष योगदान था। यह देश उनकी सेवाओं के लिए ऋणी रहेगा।
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उन्होंने कहा कि अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय सहित कई संस्थानों के निर्माण के लिए राजा महेन्द्र प्रताप ने दान दिया था। उन्हें आर्यन पेशवा के नाम से जाना जाता था और वह 1923 में भारत की अंतरिम सरकार के अध्यक्ष भी थे। उन्होंने 1906 में कोलकाता में कांग्रेस के अधिवेशन में स्वदेशी पहनने का संकल्प लिया तथा 1916 में अफगानिस्तान में आजाद हिंद सरकार की स्थापना की।