मुजफ्फरनगर। जनपद में अपराध नियंत्रण एवं आगामी कांवड़ यात्रा को जनपद में सकुशल व शांतिपूर्ण ढंग से सम्पन्न कराने तथा आपसी सौहार्द बनाये रखने हेतु पुलिस उपमहानिरीक्षक सहारनपुर परिक्षेत्र अजय साहनी व वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक अभिषेक सिंह द्वारा पुलिस लाइन सभागार कक्ष में गोष्ठी का आयोजन किया गया, जिसमें पुलिस अधीक्षक नगर सत्यनारायण प्रजापत, पुलिस अधीक्षक ग्रामीण आदित्य बंसल, पुलिस अधीक्षक अपराध प्रशान्त कुमार, पुलिस अधीक्षक यातायात कुलदीप सिंह, समस्त क्षेत्राधिकारी, समस्त थाना प्रभारी, प्रभारी कांवड़ सेल सहित अन्य पुलिस अधिकारीगण उपस्थित रहे।
डीआईजी द्वारा कानून व्यवस्था की समीक्षा करते हुए शराब, खनन, गौतस्कर, भूमाफिया तथा मादक पदार्थ तस्करों आदि के बारे मे जानकारी कर इस प्रकार के अपराधो मे संलिप्त अभियुक्तों पर गैंगस्टर एक्ट के अन्तर्गत की गई कार्यवाही तथा गैंगस्टर अधि. के अन्तर्गत पंजीकृत अभियोगों में धारा 14(1) गैंगस्टर एक्ट के अन्तर्गत संपत्ति जब्तीकरण की कार्यवाही करने तथा जनपद में खनन, शराब, गौ तस्करों, भू माफियाओं तथा मादक पदार्थ तस्करों को चिन्हित कर उनके विरुद्ध विशेष अभियान चलाकर अभियोग पंजीकृत कर कड़ी कानूनी कार्यवाही करने हेतु निर्देशित किया गया । डीआईजी द्वारा एन्टी रोमियो स्कॉड, महिला आरक्षियों व अन्य पुलिसकर्मियों को अपनी बीट में जाकर ग्राम प्रधान आदि के सहयोग से, स्कूल/कॉलेज, कोचिंग संस्थान आदि में महिलाओं की सुरक्षा, सम्मान व स्वावलंबन हेतु विभिन्न कार्यक्रम व गोष्ठी कर सुरक्षा संबंधित सेवाओं के बारे में विस्तृत जानकारी देकर जागरूक करने हेतु निर्देशित किया गया साथ ही जनपद में विशेष चेकिंग अभियान चलाते हुए असामाजिक तत्वों, नई उम्र के संदिग्ध लड़कों, दोपहिया वाहनों पर तीन सवारी, तेज रफ्तार मोटरसाईकिल, बिना हेलमेट, पटाखे वाली बुलेट आदि पर सतर्क दृष्टि रखते हुए चेकिंग करने हेतु निर्देशित किया गया। इसके उपरान्त डीआईजी द्वारा लंबित विवेचनाऐं, विशेषकर एससी एसटी एक्ट, महिला सम्बन्धी अपराध, पोक्सो एक्ट तथा लागू होने वाले नवीन तीन कानूनों आदि की समीक्षा की गई तथा कार्य योजना बनाकर गुण दोष के आधार पर विवेचनाओं के शीघ्र निस्तारण करने, विशेष रूप से वांछित अपराधियों की गिरफ्तारी सुनिश्चित कर उनके विरूद्ध कड़ी कानूनी कार्यवाही करने हेतु निर्देशित किया गया तथा पोक्सो एक्ट, महिला संबंधी अपराधों में अपराधियों को कड़ी सजा दिलाने हेतु प्रभावी पैरवी करने के निर्देश भी दिए गए। तत्पश्चात उपमहानिरीक्षक द्वारा आगामी कांवड यात्रा की तैयारियों की समीक्षा की गयी, जिसमें डीआईजी द्वारा कांवड़ यात्रा के दौरान पार्किंग व्यवस्था, रुट डायवर्जन, शुद्ध पेयजल व्यवस्था, समुचित प्रकाश की व्यवस्था, चिकित्सा कैम्प, मेडिकल/एम्बूलेंस व्यवस्था के लिए स्थान चिन्हित करने के सम्बन्ध में विस्तृत विचार विमर्श किया गया। साथ ही प्रत्येक थानाक्षेत्र में नियमित पीस कमेटी मीटिंग करने, सामप्रदायिक सौहार्द बिगाडने वालों को चिन्हित करने, यदि दुर्घटना घटित होती है, तो पुलिस रिस्पांस टाइम को कम से कम करने, अग्निशमन विभाग को अपने सभी उपकरणों को दुरुस्त रखने, डीजे संचालकों से मीटिंग कर निर्धारित डेसिबल का ही प्रयोग करने, राजपत्रित अधिकारियों को कांवड़ रुटों पर नियमित निरीक्षण कर प्रगतिशील कार्यों की समीक्षा करने तथा लम्बित कार्यों को तत्काल पूर्ण कराने हेतु सम्बन्धित विभागों से सम्पर्क कर उन्हे पूर्ण कराना सुनिश्चित करने, सेक्टर व जोनल मजिस्ट्रेट से नियमित संपर्क में रहने तथा जलभराव की स्थिति होने पर तत्काल सम्बन्धित विभाग के अधिकारियों से समन्वय स्थापित कर रास्तों को दुरुस्त करने, ड्रोन व सीसीटीवी कैमरों की पर्याप्त उपलब्धता सुनिश्चित करने सहित अन्य आवश्यक निर्देशों से सभी अधिनस्थ अधिकारियों को अवगत कराया गया तथा सम्बन्धित अधिकारियों को निर्देशित किया गया कि वह नियमित रुप से अपने-अपने थाना क्षेत्रों में पीस कमेटी मीटिंग का आयोजन करते रहे, मिश्रित आबादी वाले स्थानों पर नियमित गश्त की जाये, संवेदशनशील स्थानों पर ड्रोन कैमरों से निगरानी की जाये, सोशल मीडिया पर सतर्क दृष्टि रखी जाये, सामप्रदायिक सौहार्द बिगाडने वालों पर तत्काल कार्यवाही सुनिश्चित की जाये।