जयपुर। दीपावली का त्यौहार आने वाला है। ऐसे में बाजार भी सज-धज कर तैयार है। शहरभर में पटाखों की दुकानें भी खुल गई है। अगर लापरवाही से कहीं चिंगारी उठी तो शहर में कभी भी बड़ा हो सकता है। वजह साफ है कि पटाखों की दुकानों में सुरक्षा के उपकरण नदारद है। नगर निगम के साथ सुरक्षा एजेंसियां इसे अनदेखा कर रही है। खास बात यह है कि पुलिस द्वारा लाइसेंस जारी करने से पहले दुकानों में लगे सुरक्षा उपकरणों की जांच की जा रही है। इसमें पटाखों की स्थायी दुकानें प्रमुख है। अस्थाई दुकानों के लाइसेंस जारी करने के दौरान भी सुरक्षा उपायों को लेकर पुलिस को अग्निशमन उपकरणों की जांच करनी चाहिए।
प्राप्त जानकारी के अनुसार पुलिस कमिश्नरेट ने जयपुर शहर में जिन 1394 दुकान संचालकों को अस्थायी लाइसेंस जारी किया है। लाइसेंस जारी करने से पहले पुलिस ने दुकान में आग बुझाने के पर्याप्त यंत्र, बालू और मिट्टी भी रखने की शर्त रखी थी, लेकिन शहर की अधिकांश दुकानों में सुरक्षा उपकरण नदारद नजर आए। इसके अलावा पटाखे की दुकान के आसपास कोई धूम्रपान सामग्री, लैंप, मोमबत्ती जैसी चीजें नहीं रखेंगे। साथ ही कोई ऐसी वस्तुएं जिनसे आग लगने या उससे ज्यादा फैलने का खतरा हो। जयपुर शहर (कमिश्नरेट एरिया) में पटाखा दुकान संचालन के लिए 2083 लोगों ने आवेदन किए थे। इनमें से 1394 आवेदक ही लाइसेंस प्राप्त करने की शर्ते पूरी कर सके, जिसके चलते उनको लाइसेंस जारी किए गए। वहीं शेष आवेदनों को रद्द कर दिया। एरिया वाइज देखे तो सबसे ज्यादा आवेदन उपायुक्त पश्चिम क्षेत्र से 979 आए हैं। वहीं उपायुक्त पूर्व से 455, उपायुक्त उत्तर से 213 और उपायुक्त दक्षिण से 436 आवेदन आए थे। इनमें से पश्चिम में 757, पूर्व में 284, उत्तर में 88 और दक्षिण में 265 लाइसेंस जारी किए हैं।
15 से अधिक स्थानों पर तैनात होगी दमकल, निगम करवा रहा मेंटनेंस
शहर में दीपावली आगजनी की घटनाओं पर काबू पाने के लिए 15 से अधिक दमकल अलग-अलग स्थानों पर खड़ी रहेगी। इसके लिए निगम ने तैयारियां शुरू कर दी है। निगम प्रशासन अपनी दमकलों की मेटेनेंस करवा रहा है। हेरिटेज निगम कार्यालय के आस-पास बड़ी संख्या में स्थाई और अस्थाई पटाखों की दुकानें है। लेकिन देखने में आया है कि इनमें अधिकांश दुकानदार सुरक्षा उपायों को दरकिनार कर रहे है। ग्रेटर निगम क्षेत्र में हेरिटेज निगम से ज्यादा पटाखों की दुकानें है। जिनमें कई दुकानें तो बिना लाइसेंस के चल रही है। लेकिन इन दुकानों की जांच करने वाला कोई नहीं है। विशेष बात यह है कि दुकानदारों ने पटाखों को बाहर रखने के साथ बरामदों में भी अतिक्रमण कर लिया है।
निगम हेरिटेज के सीएफओ देवेंद्र ने बताया कि हेरिटेज क्षेत्र में दीपावली पर एतिहात के तौर पर 9 दमकल तैनात की जाती है। इसके अलावा फायर स्टेशन में गाड़ियां पूरी तरह से तैयार होकर हर परिस्थिति के लिए खड़ी रहती है। पटाखा लाइसेंस में कुछ शर्ते होती है। उनकी निगम द्वारा समय-समय पर जांच की जाती है। किसी भी दुकान के आस-पास ट्रांसफार्मर न हो और दुकान तक दमकल पहुंच सके ऐसी कई शर्ते होती है। उपकरणों को लेकर पूर्व में जांच की जा चुकी है। अगर कोई शिकायत आती है तो फिर से जांच करवा ली जाएगी।