शामली। बुधवार को आगामी ईद उल फितर व परशुराम जयंती पर्व को सकुशल संपन्न कराये जाने के लिए डीएम एसपी ने धर्मगुरूओं के साथ शांति समिति की बैठक आयोजित की। बैठक में स्पष्ट कहा गया कि सडकों पर नमाज पढने की इजाजत नही होगी वही जयंती यात्राओं में किसी भी प्रकार का अस्त्र शस्त्र का प्रदर्शन नहीं होगा।
आगामी 22 अप्रैल को ईद-उल-फितर एवं परशु राम जयंती का पर्व मनाया जाएगा। दोनों त्योहारों को शांतिपूर्ण संपन्न कराये जाने के लिए डीएम रविन्द्र सिंह व एसपी अभिषेक ने पुलिस एवं प्रशासनिक अधिकारियों के साथ धर्म गुरुओं की बैठक आयोजित की। बैठक को संबोधित करते हुए डीएम ने कहा कि दो महीने के कार्यकाल में उन्होंने जनपद में आपसी भाईचारे की मिसाल को देखा है।
उन्होंने उपस्थित धर्मगुरुओं से इसी भाई चारे के साथ त्योहार को सकारात्मक माहौल में मनाने की बात कही। कहा कि धार्मिक आयोजन में लाउडस्पीकर की आवाज निर्धारित ध्वनि तीव्रता के अंतर्गत रखी जाए। प्रशासन द्वारा परंपरागत जुलूस निकालने के लिए प्रतिबंधों के अधीन रहते हुए अनुमति दी जाएगी। एसपी अभिषेक ने कहा कि सड़कों पर कोई धार्मिक आयोजन नहीं होगा। किसी भी प्रकार का अस्त्र शस्त्र का प्रदर्शन नहीं होगा।
यातायात के नियमों का कड़ाई से पालन होगा। यह भी कहा गया कि यदि सोशल मीडिया पर किसी ने माहौल खराब करने की कोशिश की तो कड़ी कार्रवाई सुनिश्चित होगी। डीएम ने जिलाधिकारी ने साफ सफाई की व्यवस्था दुरुस्त रखने, विद्युत व्यवस्था निर्बाध रखने के निर्देश दिये। त्योहार के दृष्टिगत 24 घंटे चिकित्सा सेवा हेतु सीएमओ को निर्देशित किया गया। बैठक में एएसपी ओपी सिंह, सीएमओ डा. संजय अग्रवाल, एसडीएम उद्धव त्रिपाठी, एसडीएम निकिता शर्मा आदि मौजूद रहे।