शामली। जनपद की कलेक्ट्रेट पहुंचे पूर्व सभासद ने एक तत्कालीन अधिशासी अधिकारी द्वारा कूटरचित फर्जीवाड़ा कर करोड़ रुपए के घोटाला करने के मामले में शासन द्वारा वसूली हेतु आख्या भेजे जाने के आदेश के बाबजूद भी आख्या ना भेजे जाने का आरोप लगाते हुए जिलाधिकारी से शिकायत की है। पूर्व सभासद की मांग की है कि उक्त मामले में अधिशासी अधिकारी सहित नगर पालिका का जो भी कर्मचारी व अधिकारी दोषी है उसके खिलाफ शासन को आख्या भेजकर रिकवरी कराए जाने की मांग की है।
आपको बता दें शहर के मोहल्ला दयानंद नगर के पूर्व सभासद राजीव मलिक मंगलवार को शामली कलेक्ट्रेट पहुंचे। जहा उन्होंने जिलाधिकारी अरविंद कुमार चौहान कों एक शिकायत पत्र देते हुए बताया कि शामली नगर पालिका में तत्कालीन अधिशासी अधिकारी रहे सुरेंद्र सिंह यादव एवं अन्य अधिकारियों द्वारा कूटरचित फर्जीवाड़ा, वित्तीय अनियमिता भ्रष्टाचार एवं अवैधानिक रूप से धन आहरित करके नगर पालिका को करोडो रुपए की वित्तीय क्षति पहुंचाए जाने के मामले में पूर्व में शामली जिला अधिकारी रही जसजीत कौर द्वारा शासन को भेज गए पत्रों को गंभीरता से लेते हुए शासन द्वारा शामली प्रशासन से वित्तीय क्षति का आकलन व दोषियों के निर्धारित उत्तरदायित्व अनुसार समानुपातिक वसूली कराए जाने हेतु स्वास्तक्षरीत आख्या भेजे जाने का नोटिस जारी किया था।
खतौली के राजू हत्याकांड में पूर्व चेयरमैन पारस जैन बरी, एक आरोपी दोषी करार, सज़ा पर फैसला आज
पूर्व सभासद का आरोप है, कि उक्त पत्रांक को जारी हुए एक साल बीत जाने के बावजूद भी कुछ जिम्मेदार अधिकारियों के गैर-जिम्मेदाराना रवैए के चलते यह आख्या अब तक शासन को नहीं भेजी गई है। जिसके चलते करोड़ो रुपए का घोटाला करने वाला अधिशाषी अधिकारी मौजूदा समय में गोरखपुर में तैनात है और रिटायरमेंट के नजदीक है।सभासद का आरोप है कि इस तरह से अधिकारियो द्वारा उक्त मामले के दोषियों को बचाया जा रहा है।
सभासद ने जिला अधिकारी से मांग की है कि उक्त आख्या को जल्द से जल्द शासन भेजा जाए जिससे इस मामले में मुख्य दोषी अधिशासी अधिकारी के रिटायर होने से पहले उनसे सरकारी धन की वसूली कराई जाए और उनके साथ नगर पालिका के जो भी कर्मचारी या अधिकारी इस कृत्य में लिप्त है उनके भी नाम व पदनाम सहित सरकारी धन समानुपातिक वसूली कराई जाए।