मुजफ्फरनगर। थाना शाहपुर, थाना मंसूरपुर और एसओजी टीम की संयुक्त कार्रवाई में लूट और डकैती के पांच मामलों का सफल अनावरण किया गया। पुलिस मुठभेड़ के दौरान चार अभियुक्त घायल हो गए, जिन्हें इलाज के लिए अस्पताल भेजा गया। जबकि कुल आठ अभियुक्तों को गिरफ्तार कर लिया गया। अभियुक्तों के पास से अवैध हथियार, सफेद और पीली धातु के आभूषण, ₹23,500 नकद, और घटना में प्रयुक्त एक पिकअप वाहन बरामद हुआ।
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वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक अभिषेक सिंह के निर्देशन में चलाए जा रहे अभियान के तहत थाना शाहपुर, थाना मंसूरपुर और एसओजी टीम ने संयुक्त कार्रवाई करते हुए लूट और डकैती के पांच मामलों का सफलतापूर्वक अनावरण किया। इस दौरान तावली-लच्छेड़ा मार्ग पर हुई पुलिस मुठभेड़ में चार अभियुक्त घायल हो गए, जबकि कुल आठ अभियुक्तों को गिरफ्तार किया गया।
इस कार्रवाई में पुलिस अधीक्षक नगर सत्यनारायण प्रजापत, क्षेत्राधिकारी बुढ़ाना गजेन्द्रपाल सिंह, क्षेत्राधिकारी खतौली रामआशीष यादव, थानाध्यक्ष शाहपुर दीपक चौधरी, थाना प्रभारी मंसूरपुर उमेश रोरिया और एसओजी प्रभारी सुभाष अत्रि के नेतृत्व में पुलिस टीम ने अहम भूमिका निभाई। अभियुक्तों के पास से अवैध शस्त्र, सफेद और पीली धातु के आभूषण,₹23,500 नगद, घटना में प्रयुक्त एक पिकअप वाहन बरामद हुए है। मुठभेड़ में घायल चार अभियुक्तों को तत्काल उपचार के लिए अस्पताल में भर्ती कराया गया। उनकी स्थिति पर नजर रखी जा रही है। पुलिस जांच में पता चला है कि गिरफ्तार अभियुक्त एक संगठित गिरोह का हिस्सा हैं, जो क्षेत्र में लूट और डकैती की घटनाओं को अंजाम दे रहा था। गिरफ्तार अभियुक्तों के खिलाफ थाना शाहपुर में विधिक प्रक्रिया के तहत मामले दर्ज कर लिए गए हैं। पुलिस टीम अब इनसे जुड़े अन्य मामलों की छानबीन कर रही है।
बीती रात थाना शाहपुर, थाना मंसूरपुर और एसओजी की संयुक्त टीम ने एक बड़ी सफलता हासिल करते हुए तावली-लच्छेड़ा मार्ग के जंगल में छिपे 8 शातिर बदमाशों को गिरफ्तार किया। मुठभेड़ के दौरान चार बदमाश घायल हो गए, जबकि अन्य चार को कॉम्बिंग ऑपरेशन के दौरान पकड़ लिया गया। मुखबिर से सूचना मिली थी कि जंगल में कुछ बदमाश बड़ी वारदात को अंजाम देने की योजना बना रहे हैं। सूचना पर पुलिस ने तत्काल घेराबंदी की। पुलिस टीम को देखते ही बदमाशों ने फायरिंग शुरू कर दी। बदमाशों की गोलियों से बाल-बाल बचते हुए पुलिस ने जवाबी कार्रवाई की। जवाबी फायरिंग में चार बदमाश घायल हो गए, जिन्हें गिरफ्तार कर अस्पताल में भर्ती कराया गया। उनके अन्य चार साथी जंगल में भागने की कोशिश कर रहे थे, लेकिन पुलिस की तत्परता से उन्हें भी पकड़ लिया गया। कब्जे से अवैध शस्त्र, सफेद और पीली धातु के आभूषण, ₹23,500 नकद,एक पिकअप वाहन बरामद हुआ है।
गिरफ्तार अभियुक्त मुन्तयाज पुत्र वहीन (ग्राम बसायच, थाना जानसठ)।सदमान पुत्र राशिद (ग्राम पिन्ना, थाना कोतवाली)। मोहित कश्यप उर्फ सोनू पुत्र जयप्रकाश (ग्राम भविषा ताहरपुरा, थाना कांधला, जनपद शामली)। देवेन्द्र पुत्र रामपाल (ग्राम चौबली, थाना बड़ौत, जनपद बागपत)। ताहिर पुत्र अकबर (ग्राम बवाना, थाना बुढ़ाना, जनपद मुजफ्फरनगर)। संदीप पुत्र सत्यवीर (ग्राम शिकारपुर, थाना भौराकला, जनपद मुजफ्फरनगर)। बंटी पुत्र नरेश (ग्राम बिलासपुर, थाना नई मंडी, जनपद मुजफ्फरनगर)। रोहित पुत्र सतीश (ग्राम बेड़ा सादात, थाना ककरौली, जनपद मुजफ्फरनगर के रहने वाले है।
हाल ही में गिरफ्तार किए गए आठ बदमाशों ने पूछताछ में चौंकाने वाले खुलासे किए हैं। उन्होंने बताया कि वे एक संगठित गिरोह का हिस्सा हैं, जो लूट और डकैती की घटनाओं को अंजाम देकर अवैध रूप से धन अर्जित करता है।
यह गिरोह दिन के समय गांवों और कस्बों में उन घरों की रेकी करता था जो मुख्य आबादी से अलग होते थे। रात में उन घरों पर धावा बोलकर परिवार के सदस्यों को बंधक बनाकर लूट और डकैती को अंजाम दिया जाता था। लूटे गए सामान को पिकअप वाहन में भरकर ले जाया जाता था। थानाक्षेत्र शाहपुर के ग्राम आदमपुर में परिवार को बंधक बनाकर डकैती। मंसूरपुर, नई मंडी, कोतवाली नगर और ककरौली थानाक्षेत्रों में लूट और डकैती की घटनाएं। जनपद हरिद्वार के ग्राम खानपुर में भी इसी प्रकार की डकैती।
पुलिस द्वारा गिरोह के अन्य सदस्यों को चिन्हित करने और उनकी गिरफ्तारी के प्रयास किए जा रहे हैं। साथ ही, इन गिरफ्तार अभियुक्तों का विस्तृत आपराधिक इतिहास खंगाला जा रहा है।
वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक अभिषेक सिंह ने लूट और डकैती के मामलों का सफल अनावरण करने वाली पुलिस टीम को ₹25,000 नगद पुरस्कार की घोषणा की है।
एसएसपी ने कहा कि इस गिरोह का पर्दाफाश जिले में आपराधिक घटनाओं पर नियंत्रण के लिए एक बड़ी सफलता है। पुलिस टीम अन्य संदिग्धों को पकड़ने और इस गिरोह की पूरी नेटवर्क को खत्म करने में जुटी हुई है।