मोरना। गोरखपुर में गांव के युवकों के साथ फेरी लगाकर कपड़ा बेचने गए नंगला बुजुर्ग के सत्येंद्र की पोस्टमार्टम रिपोर्ट में मानसिक आघात से मौत होना आया है। सोमवार को परिजनों ने जिला पंचायत अध्यक्ष डा. वीरपाल निर्वाल व प्रभारी निरीक्षक से मिलकर हत्या का आरोप लगाते हुए कार्रवाई की मांग की है। पुलिस जांच पड़ताल में जुटी है।
भोपा थाना क्षेत्र के गांव नंगला बुजुर्ग निवासी सत्येंद्र कुमार 35 वर्ष गांव के ही मुस्लिम समुदाय के तीन भाइयों के साथ छह दिसंबर को गोरखपुर में फेरी लगाकर कपड़ा बेचने के लिए गया था, जहां पर शनिवार रात्रि उसकी संदिग्ध परिस्थितियों में मौत हो गई। रविवार सुबह उसके साथी शव लेकर गांव में पहुंचे, तो घर में कोहराम मच गया। मृतक के भाई प्रदीप ने गांव के ही तीन युवकों पर भाई के 72 हजार रुपये लौटाने में बहाने बाजी के बाद कहीं ले जाकर हत्या करने का आरोप लगाया, जिसके बाद हंगामा खड़ा हो गया। सूचना पर पुलिस मौके पर पहुंची और शव को पोस्टमार्टम को भेज दिया।
सोमवार को मृतक का भाई प्रदीप कुमार, जितेन्द्र, पवन, धर्मेन्द्र, रविन्द्र, प्रवीण, अंजुम, जान मौहम्मद, सौरभ, सचिन, सनी, अंकित, अमित, अनुज, सुमित, गौरव आदि घटना में कार्रवाई की मांग को लेकर जिला पंचायत अध्यक्ष डा. वीरपाल निर्वाल व प्रभारी निरीक्षक से मिले। प्रभारी निरीक्षक राजीव शर्मा ने बताया कि पोस्टमार्टम की रिपोर्ट में युवक की मौत न्यूरोजेनिक अटैक मानसिक आघात के कारण होना आया है। घटना गोरखपुर जिले की है। पुलिस जांच पड़ताल में जुटी है।