पत्ता गोभी अब बारहों मास प्राप्त की जा सकती है। यह ऐसी हरी सब्जी है जो सलाद में कच्ची खाई जाती है तथा सब्जी बना कर भी। स्वाद में अत्यन्त स्वादिष्ट पत्तागोभी को कई प्रकार से खाने योग्य बनाया जा सकता है। यह बहुत कम मूल्य में प्राप्त होने वाली गुणकारी सब्जी है।
आहार विशेषज्ञों के अनुसार पत्ता गोभी में सेल्युलोस नामक तत्व होता है, जो मानव को स्वस्थ रहने में सहायक है। यह तत्व शरीर से कोलेस्ट्रोल की मात्रा को दूर करता है। पत्तागोभी मधुमेह रोगियों के लिये विशेष तौर पर लाभप्रद रहती है। यह पित्त, खांसी, रक्तविकार तथा कुष्ठ रोग में तो लाभकारी है ही ,साथ ही मानव को शीघ्र बूढ़ा नहीं होने देती।
स्वाद में मधुर, शीतल, हल्की, सुपाच्य, हृदय को बल प्रदान करने होने के लिये रख दिया जाता है। इस विधि से तैयार खट्टी गोभी को सौरक्राउट कहते हैं। सौरक्राउट में प्रचुर मात्रा में विटामिन पाये जाते हैं। हृदय रोगों को दूर करने के लिये ‘सौरक्राउट’ का प्रयोग अत्यंत लाभदायक है। पेट व आँतों के अल्सर, उदर वायु,अमाशय या यकृत के रोगियों के लिये पत्तागोभी का सेवन वरदान हो सकता है। भूख बढ़ाने के लिये यह किसी बेहतरीन टॉनिक से कम नहीं है।
यह पाचन क्रिया को नियंत्रित करता है व शरीर को रोगों से बचाने में सहायक सिद्ध होता है। सलाद के रूप में कच्ची पत्ता गोभी काफी पसंद की जाती है। इसमें संक्रामक रोगों से लडऩे की अपार क्षमता होती है। 200 ग्राम पत्तागोभी में विटामिन सी की उतनी मात्रा होती है जितनी किसी व्यस्क के लिये आवश्यक होती है।
डॉ. अविनाश बंसल- विभूति फीचर्स