नोएडा। दिल्ली एनसीआर के लोगों की करोड़ों रुपए की रकम हड़पने वाले ड्रीमलैंड बिल्डर के नाम ने क्रासिंग रिपब्लिक में प्रोजेक्ट बनाने वाले बिल्डर पवन भड़ाना ने आज मानसिक तनाव के चलते अपने घर पर पंखे से फंदा लगाकर आत्महत्या कर लिया। इसके खिलाफ विभिन्न थानों में कई मुकदमे दर्ज थे। कुछ समय पूर्व बिल्डर जेल से छूटकर जमानत पर आया था।
घटना की सूचना पाकर मौके पर पहुंची पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है।
थाना फेस-2 के प्रभारी निरीक्षक विंध्याचल तिवारी ने बताया कि सेक्टर-93 स्थित एक सोसायटी में रहने वाले पवन भड़ाना (48 वर्ष) ने आज सुबह अपने घर पर पंखे से फंदा लगा लिया। उसके परिजनों ने उसे फंदे से उतार कर नोएडा के यथार्थ अस्पताल में भर्ती करवाया, जहां पर डॉक्टरों ने उसको मृत घोषित कर दिया। उन्होंने बताया कि घटना की सूचना पाकर मौके पर पहुंची पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है। उन्होंने बताया कि पुलिस मृतक के परिजनों से आत्महत्या के कारण जानने का प्रयास कर रही है।
पवन भड़ाना द्वारा आत्महत्या करने की सूचना पाकर उनके परिचित, और रिश्तेदार मौके पर पहुंचे। पुलिस के अनुसार जांच में पता चला है कि पवन भड़ाना के खिलाफ पूर्व में धोखाधड़ी सहित विभिन्न धाराओं में कई मुकदमे हैं। वह पूर्व में जेल गया था। जमानत पर छूटने के बाद वह मौजूदा समय में सेक्टर-93 स्थित एक सोसाइटी में रह रहा था।
कुछ समय पहले ही बिल्डर जेल से जमानत पर छूट कर बाहर आया था और कई दिनों से डिप्रेशन में था। उसके पास से कोई सुसाइड नोट नहीं मिला है।
परिजनों ने बताया कि भड़ाना काफी दिनों से डिप्रेशन में थे। ये ड्रीम लैंड रियल स्टेट के मालिक थे। कुछ समय पूर्व बिल्डर जेल से छूटकर जमानत पर आया था।
थाना फेस -2 के प्रभारी निरीक्षक विंध्याचल तिवारी ने बताया कि सेक्टर 93 स्थित पार्श्व नाथ सोसाइटी में रहने वाले पवन भड़ाना (46) ने सोमवार सुबह अपने घर पर पंखे से फंदा लगा लिया। परिजनों ने फंदे से उतार कर उन्हें नोएडा के यथार्थ अस्पताल में भर्ती करवाया। वहां डॉक्टरों ने मृत घोषित कर दिया।
उन्होंने बताया कि पुलिस मृतक के परिजनों से आत्महत्या के कारण जानने का प्रयास कर रही है। पवन भड़ाना द्वारा आत्महत्या करने की सूचना पाकर उनके परिचित और रिश्तेदार मौके पर पहुंचे।
पुलिस के अनुसार, जांच में पता चला है कि पवन भड़ाना के खिलाफ पूर्व में धोखाधड़ी सहित विभिन्न धाराओं में कई मुकदमे हैं। जमानत पर छूटने के बाद वह फिलहाल सेक्टर 93 स्थित सोसाइटी में रह रहे थे।
पवन पर लोगों के करोड़ों रुपए हड़पने का आरोप है। जिस वक्त बिल्डर ने आत्महत्या का ये कदम उठाया उस वक्त घर में उनकी पत्नी व तीन बच्चे मौजूद थे।
घर वालों से हुई बातचीत में उन्हें पता चला है कि पवन भड़ाना काफी दिनों से डिप्रेशन का शिकार थे और काफी गुमसुम भी रहते थे।