गाजियाबाद। पेयजल व्यवस्था में सुधार के लिए नगर निगम सुपरवाइजरी कंट्रोल एंड डाटा एक्विजिशन सिस्टम (स्काडा) प्रणाली शुरू करने जा रहा है। इसकी शुरुआत कविनगर जोन और इंदिरापुरम से होने वाली है। पहले चरण में यहां के लगभग 150 नलकूपों पर सेंसर युक्त स्काडा प्रणाली का प्रयोग किया जाएगा। इसके लिए 15वें वित्त आयोग से 24 करोड़ रुपये का बजट आरक्षित किया गया है।
नगर आयुक्त विक्रमादित्य सिंह मलिक ने बताया कि सेंसरयुक्त स्काडा प्रणाली से किस क्षेत्र में कितनी जलापूर्ति हो रही है। इसका डाटा रखने में निगम को आसानी होगी। इसके अलावा नलकूप के खराब होने, मोटर के बंद होने और वोल्टेेज की समस्या के बारे में भी निगम के अधिकारियों को तुरंत सूचना मिल सकेगी। नगर निगम सीमा क्षेत्र में पानी की आपूर्ति की निगरानी के लिए वाटर स्काडा को शुरू कराया जा रहा है। सेंसरयुक्त आटोमैटिक प्रणाली से किस क्षेत्र में कितने पानी की आपूर्ति हो रही है। इसकी जानकारी अधिकारियों को होगी। इससे पानी की बर्बादी रोकने में भी मदद मिलेगी।
स्काडा के तहत कविनगर जोन और इंदिरापुरम से इसकी शुरुआत होगी। दोनों क्षेत्रों में नलकूपों को इससे जोड़ा जाएगा। इससे पेयजल आपूर्ति का समय, बंद होने का समय, कितनी पेयजल आपूर्ति हुई सभी जानकारी सीधे कंट्रोल रूम में होगी। इन दोनों क्षेत्रों के बाद अन्य जोन में भी इस प्रणाली को अपनाया जाएगा। 15वें वित्त से पेयजल व्यवस्था को सुधारने के लिए 24 करोड़ का बजट भी आरक्षित किया गया है। इसी में वाटर स्काडा को भी शुरू कराया जाएगा। उन्होंने बताया कि इसके लिए टेंडर प्रक्रिया को कराया जाएगा।