नयी दिल्ली- देश के उत्तर-पश्चिम तथा मध्य भाग के आसपास के क्षेत्रों और पूर्वी क्षेत्रों में सोमवार को बारिश के बाद अगले चार-पांच दिनों तक मौसम शुष्क रहने का अनुमान है।
मौसम विभाग ने पश्चिमी विक्षोभ के प्रभाव के कारण जम्मू-कश्मीर, लद्दाख, गिलगित, बाल्टिस्तान, मुजफ्फराबाद, हिमाचल प्रदेश और उत्तराखंड में अलग-अलग स्थानों पर सोमवार को गरज के साथ बारिश हुई।
उत्तराखंड के पर्वतीय इलाकों में सोमवार को भी हल्की से मध्यम हिमपात हुआ। साथ ही मैदानी क्षेत्रों में छिटपुट स्थानों पर हल्की बारिश हुई है। आम तौर पर सभी स्थानों में बादल छाए रहे। हिमपात के कारण अनेक स्थानों पर मार्ग अवरूद्ध हो गए हैं। इससे आवागमन में भी बाधा उत्पन्न हो रही है।
इस बीच, राज्य आपदा मोचन बल (एसडीआरएफ) के प्रवक्ता ने बताया कि जनपद देहरादून के थाना चकराता क्षेत्र में सड़क पर जमी बर्फ में कई वाहन फंस गए। सूचना मिलने पर कई किलोमीटर पैदल चलकर एसडीआरएफ के जवानों ने संबंधित त्यूणी मोटर मार्ग पर चकराता से लगभग 12 किलोमीटर आगे मौके पर पहुंचे। जहां हिमपात से बाधित हुए मार्ग में फिसलन के कारण फंसा वाहन में सवार बीस से अधिक लोगों को सुरक्षित निकाला।
उत्तरकाशी जनपद के आपदा प्रबंधन अधिकारी डीएस पटवाल ने बताया कि आज सुबह जिला मुख्यालय सहित समस्त तहसील क्षेत्र में हल्की वर्षा हुई। बाद में यहां हल्की धूप निकल आई। दूरस्थ हिमपात वाले ग्रामो व राड़ी टॉप, चोरंगीखाल, गंगनानी, सुक्की टॉप गंगोत्री, हर्षिल, यमुनोत्री, जानकीचट्टी, फूलचट्टी क्षेत्रों में बर्फबारी जारी है। उन्होंने बताया कि यमुनोत्री राष्ट्रीय राजमार्ग राडी टॉप यातायात सुचारु किया गया है। लम्बगांव मोटर मार्ग यातायात हेतु सुचारू किया है। उक्त मार्ग चोरंगी खाल के पास फिसलन भरा है। सम्बन्धित विभाग द्वारा बर्फवारी से प्रभावित स्थानों पर चुना कैमिकल आदि का छिडकाऊ किया जा रहा है। उन्होंने बताया कि गंगोत्री राष्ट्रीय राजमार्ग यातायात हेतु सुचारु किया जाने की कार्रवाई चल रही है। साथ ही, यमुनोत्री राष्ट्रीय राजमार्ग फूलचट्टी के पास भी यातायात हेतु सुचारु किया गया है।
आईएमडी के अनुसार सोमवार को उत्तर प्रदेश, पूर्वी राजस्थान और मध्य प्रदेश में अलग-अलग स्थानों पर हल्की बारिश हुई और उसके बाद मौसम शुष्क रह सकता है।
आईएमडी ने कहा कि अरुणाचल प्रदेश,उप-हिमालयी पश्चिम बंगाल, सिक्किम, असम, मेघालय, नागालैंड, मिजोरम, मणिपुर और त्रिपुरा में तथा पश्चिम बंगाल में गंगा के तटवर्ती इलाकों, झारखंड और बिहार में अलग-अलग स्थानों पर सात फरवरी तक हल्की से मध्यम बारिश और हिमपात होने का अनुमान है।
मौसम विभाग ने कहा कि अरुणाचल प्रदेश में अलग-अलग स्थानों पर सोमवार को भारी बारिश और हिमपात हुआ। वहीं, सिक्किम में गरज के साथ छींटे पड़े और ओलावृष्टि हुई।
इस बीच हिमाचल प्रदेश में पहाड़ी इलाकों में पिछले दो दिनों में भारी हिमपात हुआ है। लाहौल-स्पीति, किन्नौर, कुल्लू, शिमला और चंबा जिलों में जमकर हिमपात हुआ है।
ऊंचे इलाकों में इस विंटर सीजन में शुक्रवार से लेकर रविवार रात तक भारी हिमपात हुआ। इस हिमपात की वजह से सामान्य जनजीवन अस्त-व्यस्त होने से लोगों की परेशानियां बढ़ी है। फिलहाल, अगले पांच दिन के लिए मौसम साफ रहने के आसार हैं। राज्य आपातकालीन परिचालन केंद्र की रिपोर्ट के मुताबिक हिमपात और बारिश से प्रदेश भर में 645 सड़कें और 1416 बिजली के ट्रांसफॉर्मर ठप हैं।
हिमपात की वजह से चार राष्ट्रीय राजमार्ग पर आवाजाही प्रभावित है। रिपोर्ट के अनुसार शिमला जिले में सबसे ज्यादा 242 सड़कें बंद है। शिमला जिला के ऊपरी इलाकों में पिछले पांच दिनों से बस सेवा ठप पड़ी है। इसके अलावा लाहौल-स्पीति में 157, कुल्लू में 93, चम्बा में 61, मंडी में 51, किन्नौर में 24 और सिरमौर में 16 सड़कें बंद हैं। लाहौल-स्पीति और कुल्लू जिलों में दो-दो राष्ट्रीय राजमार्गाें पर वाहनों की आवाजाही पिछले करीब एक हफ्ते से ठप है।
हिमपात का बिजली आपूर्ति पर भारी असर पड़ा है। राज्य में 1416 बिजली ट्रांसफॉर्मर के बंद होने से सैकड़ों परिवार अंधेरे में हैं, जिससे लोगों को कड़ाके की सर्दी में बिजली ना होने से ठिठुरना पड़ रहा है। कुल्लू जिला में 485, चंबा में 319, सिरमौर में 245, मंडी में 221, शिमला में 113 और किन्नौर जिला में 30 ट्रांसफार्मर से बिजली आपूर्ति बाधित है।
मौसम विभाग के अनुसार शिमला जिला के चिडग़ांव में 35, खदराला में 30 और नारकंडा में 25 सेंटीमीटर ताजा बर्फ गिरी है। वहीं कुल्लू जिला के पर्यटन स्थल मनाली में 23, गुंडला में 16 और केलांग व शिलारू में 15-15 सेंटीमीटर बराबरी दर्ज की गई है।
मौसम विभाग के पूर्वानुमान के अनुसार राज्य में अगले पांच दिन मौसम साफ रहेगा।
शिमला स्थित मौसम विज्ञान केंद्र के निदेशक सुरेंद्र पॉल ने बताया कि राज्य के मैदानी व मध्यपर्वतीय इलाकों में सोमवार को बारिश और उच्च पर्वतीय इलाकों में हिमपात होने का अनुमान है। उन्होंने कहा कि छह फरवरी से 10 फरवरी तक प्रदेश भर में मौसम साफ बना रहेगा।