शामली। कस्बा बनत स्थित प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र पर चिकित्सा सेवाऐं पिछले छह महीनों से चिकित्सकों के न होने के कारण राम भरोसे चल रही है। यहां तैनात फार्मासिस्ट व चतुर्थश्रेणी कर्मचारियों द्वारा ही मरीजों की बिना जांच किए ही दवाईयां प्रदान की जा रही है।
उत्तर प्रदेश सरकार द्वारा ग्रामीण क्षेत्रों में लोगों को बेहतर चिकित्सा सुविधा उपलब्ध कराए जाने के लिए प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्रों को खोला था, लेकिन जिले में चिकित्सकों की कमी के चलते प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्रों पर पहुंचने वाले ग्रामीण मरीजों को कोई सुविधा नही मिल पा रही है। कस्बा बनत स्थित प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र पर जांच की गई तो वहां चिकित्सक की कुर्सी खाली मिली। स्टार्फ नर्स व वार्ड आय मरीजों को दवाईयां दे रही थी, जबकि फार्मासिस्ट आदेश कुमार हॉस्पिटल में मौजूद थे।
फार्मासिस्ट आदेश कुमार ने बताया कि हॉस्पिटल में डा. अंकित कुमार की तैनाती है, लेकिन वह पिछले छह महीनों से मेडिकल लेकर छुटटी पर चल रहे है, जिस कारण अस्पताल में आने वाले मरीजों को फार्मासिस्ट व स्टाफ नर्स द्वारा की उपचार दिया जा रहा है। बुधवार को दोपहर 12 बजे तक अस्पताल में 18 मरीजों को देखा जा चुका था। बिना डॉक्टर के अस्पताल चलने से बिना जांच के ही मरीजों को उपचार दिया जा रहा है। जिससे साफ जाहिर है कि स्वास्थ्य सेवाऐं सिर्फ राम भरोसे है।