अक्सर लोग शरीर को स्वस्थ व स्लिम बनाए रखने तथा दिल की सेहत हेतु ही स्वस्थ भोजन खाते हैं। बहुत कम लोग ऐसे होंगे, जो दिमाग को मजबूत व तरोताजा बनाए रखने के लिए अच्छे व पौष्टिक भोजन का सेवन करते होंगे।
नए शोधों से पता चला है कि स्वस्थ व पौष्टिक भोजन दिमागी क्षमता, एकाग्रता व याददाश्त को बढ़ाने में काफी सहायक है। विशेषज्ञों के अनुसार जो भोजन हम शरीर को स्वस्थ रखने हेतु खाते हैं, उसका असर दिमागी रक्त संचार पर भी पड़ता है। यदि हम उच्च वसायुक्त वस्तुओं का सेवन करते हैं तो इससे हमारी याद रखने की क्षमता व एकाग्रता पर बुरा असर पड़ता है।
इसके विपरीत पौष्टिक तत्वों से भरपूर भोजन दिमागी रक्त संचार को संतुलित करके याददाश्त व एकाग्रता को बढ़ाने में सहायक सिद्ध होता है। ताजा फल व सब्जियां, जो एंटीऑक्सीडेंट तत्वों से भरपूर हैं, याददाश्त बढ़ाती हैं। अमेरिका में हुए एक शोध से सामने आया है कि जो बच्चे गणित में अव्वल दर्जा पाना चाहते हैं, उन्हें कम से कम वसायुक्त आहार लेना चाहिए, साथ ही ताजा फल व सब्जियों का भरपूर सेवन करना चाहिए।
खनिज पदार्थ दिमाग में आक्सीजन की मात्रा में वृद्धि करते हैं। ये हरी पत्तेदार सब्जियों में पाए जाते हैं। विटामिन सी युक्त पदार्थ दिमाग से अवसाद को कम करके व्यक्ति को आरामदेह अवस्था में लाने के लिए सहायक हैं।
विटामिन ई व विटामिन ए कोशिकाओं को फ्री रेडिकल्स से होने वाली क्षति से बचाते हैं। दिमाग के स्वास्थ्य हेतु अन्य पदार्थ जैसे-जिंक, विटामिन बी कॉम्पलेक्स, फोलिक एसिड इत्यादि भी अति आवश्यक हैं। इसके अलावा विटामिन बी1, बी2, बी6, बी12 भी दिमाग की मजबूती हेतु काफी महत्त्वपूर्ण हैं। इसके साथ ही मछली में पाया जाने वाला ओमेगा-3 फैटी एसिड भी दिमाग को एकाग्रचित रखने में सहायक है।
अखरोट, गाजर, ब्रोकली, हरी पत्तेदार सब्जियों व रेशेदार पदार्थों में एंटीऑक्सीडेंट तत्व भरपूर मात्रा में मिलते हैं। स्ट्रॉबेरी, अंगूर, खजूर, चैरी, लाल पत्ता गोभी इत्यादि के सेवन से दिमाग में रक्तप्रवाह सुचारू रूप से चलता रहता है व उसमें खून के थक्के जमा नहीं होते। उसके अलावा बादाम, मूंगफली आदि पदार्थ तेल व रेशों से भरपूर होते हैं। इन पदार्थों का सेवन दिमाग के लिए बहुत लाभप्रद है।
अध्ययनकर्ताओं का मानना है कि मनुष्य के दिमाग में शरीर से ज्यादा व्याधियां होती हैं। चिंता, अवसाद, तनाव, दबाव इत्यादि समस्याओं से छुटकारा पाने हेतु हमें सदैव पौष्टिक व कम वसायुक्त आहार का सेवन करना चाहिए।
-भाषणा बांसल