नई दिल्ली। ईडी ने लालू प्रसाद यादव और तेजस्वी प्रसाद यादव के खिलाफ पूरक आरोपपत्र दाखिल कर दिया है। जमीन के बदले नौकरी मामले में ईडी ने पूरक आरोपपत्र दाखिल किया है। इसमें राजद सुप्रीमो लालू प्रसाद यादव, बिहार में नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव समेत 10 लोगों को आरोपी बनाया गया है। विशेष न्यायाधीश विशाल गोगने की अदालत 13 अगस्त को मामले की सुनवाई करेगी। जमीन के बदले नौकरी घोटाले के मामले में राउज एवेन्यू कोर्ट में पहला पूरक आरोप पत्र दाखिल किया गया है। नई पूरक चार्जशीट 1000 पन्नों की है। ईडी द्वारा दायर मामला केंद्रीय जांच ब्यूरो (सीबीआई) द्वारा दर्ज की गई एफआईआर से निकला है।
लालू यादव और तेजस्वी यादव के अलावा आठ अन्य को भी इस मामले में आरोपी बनाया गया है। चार्जशीट दाखिल होने के बाद अब बहस शुरू होगी जिसके लिए 13 अगस्त की तारीख तय की गई है। गौरतलब है कि कथित घोटाला उस समय का है जब लालू यादव यूपीए-1 सरकार में रेल मंत्री थे। आरोप है कि 2004 से 2009 के बीच भारतीय रेलवे के अलग-अलग जोन में ग्रुप डी के पदों पर कई लोगों की नियुक्ति की गई और बदले में इन लोगों ने अपनी जमीनें तत्कालीन रेल मंत्री लालू यादव के परिवार के सदस्यों और उनकी संबंधित कंपनी एके इंफोसिस प्राइवेट लिमिटेड के नाम कर दी।
इसी मामले में दिल्ली हाईकोर्ट ने 26 जून को एक अन्य आरोपी अमित कत्याल को जमानत दे दी थी। ईडी के मुताबिक कत्याल एके इंफोसिस प्राइवेट लिमिटेड के निदेशक थे। उन्हें मेडिकल आधार पर छह हफ्ते की अंतरिम जमानत दी गई थी। कत्याल को प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने 11 नवंबर, 2023 को धन शोधन निवारण अधिनियम (पीएमएलए) के विभिन्न प्रावधानों के तहत गिरफ्तार किया था।