पटना। बिहार की राजधानी पटना स्थित प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) कार्यालय में मंगलवार को नौकरी के बदले जमीन घोटाला मामले में बिहार के पूर्व उप मुख्यमंत्री और राजद के अध्यक्ष लालू प्रसाद के पुत्र तेजस्वी यादव से अधिकारियों ने लंबी पूछताछ की।
तेजस्वी मंगलवार को दिन के करीब 11 बजे कार्यालय पहुंचे और शाम 7 बजे कार्यालय से बाहर निकले। सूत्रों का कहना है कि ईडी के अधिकारियों ने तेजस्वी से करीब 50 से 60 प्रश्न किए। इस दौरान राजद के कई नेता ईडी कार्यालय के बाहर डटे रहे। बड़ी संख्या में कार्यकर्ता भी इस दौरान कार्यालय के बाहर मौजूद रहे।
राजद के राज्यसभा सांसद मनोज कुमार झा समेत राजद के कई नेताओं ने केंद्र सरकार पर लालू परिवार और विपक्ष को परेशान करने का आरोप लगाया। झा ने कहा कि कई एजेंसियां भाजपा के इशारे पर काम कर रही हैं। हम लोगों ने पहले भी इन एजेंसियों का मुकाबला किया है और उसके बाद तेजी से उभरे भी हैं।
सोमवार को इसी मामले में राजद अध्यक्ष लालू प्रसाद से भी पूछताछ हुई थी।
भाजपा के नेता और पूर्व उप मुख्यमंत्री सुशील कुमार मोदी ने कहा कि रेलवे की नौकरी के बदले लोगों की कीमती जमीन लिखवाने के मामले में लालू प्रसाद एवं तेजस्वी यादव से पूछताछ के दौरान ईडी पर दबाव बनाने और अफसरों को डराने के लिए समर्थकों की भारी भीड़ जुटाना राजद के आपराधिक चरित्र का सूचक है। इससे न तो जांच रुकेगी, न लालू परिवार दोषमुक्त हो पाएगा।
उन्होंने कहा कि रेलवे की नौकरी के बदले जमीन लेने तथा धन-शोधन (मनी लॉन्ड्रिंग) के प्रमाण मिलने पर सीबीआई ने आरोप पत्र दायर किया और इस आधार पर ईडी पिछले साल से लगातार कार्रवाई कर रहा है।