नई दिल्ली। प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने गुरुवार को कहा कि उसने जेल में बंद गैंगस्टर से राजनेता बने अतीक अहमद और उसके सहयोगियों के परिसरों पर छापेमारी की है। छापेमारी के दौरान उसने लगभग 200 बैंक खातों और 50 शेल संस्थाओं से संबंधित कुछ दस्तावेजों के साथ 75 लाख रुपये नकद जब्त किए हैं। ईडी ने कहा कि तलाशी के दौरान 50 करोड़ रुपये से अधिक के नकद लेन-देन का भी पता चला है। 15 ठिकानों पर छापेमारी की गई।
एक सूत्र के मुताबिक, चार्टर्ड अकाउंटेंट सबीह अहमद, आसिफ जाफरी, सीताराम शुक्ला, रियल एस्टेट डेवलपर संजीव अग्रवाल और दीपक भार्गव, अधिवक्ता-सह-साथी सौलत हनीफ खान और अन्य सहयोगी खालिद जफर, असद, वदूद अहमद, काली और मोहसिन के परिसरों में छापे मारे गए।
ईडी ने कहा कि अतीक अहमद और उनके सहयोगी जबरन वसूली के पैसे और अवैध गतिविधियों के माध्यम से एकत्र किए गए धन को सफेद कर रहे थे। छापेमारी के दौरान बरामद दस्तावेज इसकी पुष्टि करते हैं। हमने लगभग 100 संपत्तियों के कागजात जब्त किए हैं जो अतीक अहमद के करीबी सहयोगियों और उनके द्वारा चलाए जा रहे अन्य शेल फर्मो के नाम पर हैं। इन संपत्तियों के अतीक की बेनामी संपत्ति होने का संदेह है।