भोपाल। प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) मध्य प्रदेश में बड़ी कार्रवाई करते हुए पांच जिलों में एएमडब्ल्यू ऑटोमोटिव्स प्राइवेट लिमिटेड की 5.32 करोड़ रुपये की प्रॉपर्टी कुर्क की है। मध्यप्रदेश के जबलपुर, बांधवगढ़ (उमरिया), रीवा, शहडोल, स्लीमनाबाद (कटनी) में जमीन (कृषि, वाणिज्यिक और आवासीय), वाहन शोरूम / डीलरशिप, आवासीय घर और कारों के रूप में 55 संपत्तियां अस्थाई रूप से कुर्क की गई हैं।
ईडी ने मंगलवार को सोशल मीडिया के माध्यम से यह जानकारी दी। ईडी के अनुसार, जगदंबा एएमडब्ल्यू ऑटोमोटिव्स प्राइवेट लिमिटेड का मुख्यालय जबलपुर में है। कंपनी के एडिशनल डायरेक्टर पुष्पेंद्र सिंह के खिलाफ बैंक ऋण में फर्जीवाड़ा करने के संबंध में केस दर्ज हुआ था। इसी साल जनवरी में पुष्पेन्द्र सिंह की कंपनी के ठिकानों पर सर्च ऑपरेशन किया गया था। इस दौरान 16 लाख रुपये और कई अहम दस्तावेज को भी जप्त किया गया था। इस दौरान पुष्पेन्द्र सिंह को मनी लाड्रिंग एक्ट के मामले में डी ने गिरफ्तार कर कोर्ट में पेश किया था। ईडी फिलहाल आरोपित से पूछताछ कर रही है।
अधिकारियों ने बताया कि ईडी ने बताया कि करोड़ों रुपये के लेन-लेन में हेराफेरी और बैंकिंग धोखाधड़ी के मामले में सीबीआई भी जांच कर रही है। 17 फरवरी 2024 को भी ईडी ने कटनी रीवा सहित कई और जिलों में दबिश देते हुए कंपनी से जुड़े फॉर्म में छापेमारी की थी।
ईडी के मुताबिक पुष्पेंद्र सिंह ने केनरा बैंक के पूर्व प्रबंधक और अन्य के साथ मिलकर जगदंबा एएमडब्ल्यू ऑटोमोटिव्स प्राइवेट लिमिटेड के माध्यम से 14.93 करोड़ रुपये की चपत लगाई थी। अप्रैल 2015 और मार्च 2016 के बीच धोखाधड़ी की गई। आरोपितों ने फर्जी बैंक गारंटी और झूठे दस्तावेज जमा कर 50 ट्रकों के लिए गलत तरीके से ऋण मंजूर कराए और बैंक से लोन लिया था। ईडी के अनुसार, पुष्पेन्द्र सिंह जानबूझकर अपराध की आय से जुड़ी प्रक्रियाओं और गतिविधियों में शामिल रहा। उसने आरटीजीएस और नकद निकासी के जरिए कंपनी अकाउंट से अपने निजी इस्तेमाल के लिए पर्सनल अकाउंट में ट्रांसफर कर ली। अब उसके खिलाफ प्रवर्तन निदेशालय ने शिकंजा कसा है।