नई दिल्ली। चुनाव आयोग ने उत्तर प्रदेश, केरल और पंजाब में होने वाले उपचुनाव की तारीखों को बदल दिया है। चुनाव आयोग के मुताबिक, केरल, पंजाब और उत्तर प्रदेश में होने वाले विधानसभा सीटों पर उपचुनाव 13 नवंबर के बजाय 20 नवंबर को होंगे। चुनाव आयोग ने यह फैसला आगामी त्योहारों के मद्देनजर लिया है।
इन सभी राज्यों में झारखंड और महाराष्ट्र में होने वाले विधानसभा चुनाव के साथ ही मतदान होगा। चुनाव आयोग ने अपने आदेश में कहा, “बीते महीने 15 अक्टूबर को 15 राज्यों के 48 विधानसभा क्षेत्रों और 2 संसदीय क्षेत्रों के लिए उपचुनाव की घोषणा की गई थी।
विभिन्न मान्यता प्राप्त राष्ट्रीय और राज्य राजनीतिक दलों (भाजपा, कांग्रेस, बसपा, रालोद) समेत कुछ सामाजिक संगठनों ने 13 नवंबर को उपचुनाव वाले कुछ विधानसभा क्षेत्रों में मतदान की तारीख बदलने के लिए आयोग को आवेदन भेजा था। प्रदेश सरकार के राज्यमंत्री कपिल देव अग्रवाल ने भी चुनाव आयोग से तिथि बदलने का अनुरोध किया था।
अल्मोड़ा बस हादसे में अब तक 20 शव खाई से निकाले गए, संख्या बढ़ने की आशंका
सभी दलों ने कहा था कि उस दिन बड़े पैमाने पर सामाजिक, सांस्कृतिक और धार्मिक कार्यक्रम होने से बड़ी संख्या में लोगों को असुविधा हो सकती है, जिससे मतदान के दौरान मतदाताओं की भागीदारी कम हो सकती है। आयोग ने इन पर विचार करते हुए कुछ विधानसभा सीटों पर उपचुनाव की तारीख बदलने का निर्णय लिया है।” चुनाव आयोग के मुताबिक, जिन विधानसभा सीटों पर 20 नवंबर को उपचुनाव होगा, उनमें केरल की पलक्कड़ विधानसभा, पंजाब की बाबा नानक, चब्बेवाल, गिद्दड़बाहा और बरनाला विधानसभा सीट शामिल है।
सांसद पप्पू यादव को धमकी देने वाला व्यक्ति गिरफ्तार, किसी गिरोह से संबंध नहीं
इसके अलावा यूपी की 9 सीटों पर भी 20 नवंबर को मतदान होगा, जिसमें कानपुर की सीसामऊ, प्रयागराज की फूलपुर, मैनपुरी की करहल, मिर्जापुर की मझवां, अयोध्या की मिल्कीपुर, अंबेडकरनगर की कटेहरी, गाजियाबाद सदर, अलीगढ़ की खैर, मुरादाबाद की कुंदरकी और मुजफ्फरनगर की मीरापुर सीट शामिल है। चुनाव आयोग ने अक्टूबर में महाराष्ट्र और झारखंड विधानसभा के साथ-साथ देश भर में होने वाले उपचुनाव की तारीखों का ऐलान किया था।
अभिनव अरोड़ा को बिश्नोई गैंग से मिली धमकी,पहुंचे कोर्ट, बोले – ‘मिल रही धमकी’
प्रदेश के व्यावसायिक शिक्षा, कौशल विकास और उद्यमशीलता राज्यमंत्री (स्वतंत्र प्रभार) कपिल देव अग्रवाल ने भी निर्वाचन आयोग को उपचुनाव की तिथि बढ़ाने के निर्णय के लिए धन्यवाद देते हुए कहा कि इस फैसले से बड़ी संख्या में श्रद्धालुओं को कार्तिक पूर्णिमा के धार्मिक महत्व का लाभ प्राप्त होगा और मतदान प्रक्रिया भी सुचारू रूप से संपन्न हो सकेगी।
उन्होंने कहा कि हिंदू धर्म की मान्यताओं के अनुसार कार्तिक पूर्णिमा का विशेष महत्व होता है, जब देशभर से लोग गंगा स्नान, व्रत, पूजा और भंडारे जैसे धार्मिक आयोजन करते हैं। यह दिन श्रद्धालुओं के लिए अत्यधिक पुण्य प्राप्ति का अवसर माना जाता है। इसी के चलते, श्रद्धालु कार्तिक पूर्णिमा से तीन दिन पूर्व ही धार्मिक स्थलों की ओर प्रस्थान कर लेते हैं। विशेष रूप से, गाजियाबाद और मीरापुर विधानसभा सीटों पर भी उपचुनाव होने हैं, जहां गढ़मुक्तेश्वर और शुकतीर्थ में विशाल मेले का आयोजन होता है। इससे इन क्षेत्रों में कम मतदान की संभावना थी।