नई दिल्ली। महाराष्ट्र के अमरावती से भाजपा सांसद नवनीत राणा ने बुधवार को कहा कि “हैदराबाद से अगर 15 सेकेंड के लिए पुलिस हटा ली गई तो ओवैसी बंधुओं को उनकी जगह दिखा दी जाएगी, वो कहां से आए थे और कहां जाएंगे, इसका पता भी नहीं चलेगा।” राणा के इस बयान पर एआईएमआईएम प्रवक्ता वारिस पठाण की प्रतिक्रिया सामने आई है।
एआईएमआईएम प्रवक्ता वारिस पठान ने कहा, “मैं चाहता हूं कि चुनाव आयोग उनके इस बयान पर संज्ञान ले। चुनाव आयोग को नवनीत राणा के इस बयान के खिलाफ कड़ी कारवाई करना चाहिए। इस तरह के बयानबाजी करके मुस्लमानों के खिलाफ नफरत फैलाकर आप क्या साबित करना चाहते हैं।”
अकबरुद्दीन ओवैसी के 15 मिनट वाले पुराने बयान का जिक्र करते हुए उन्होंने कहा कि उन्होंने 15 सेकेंड के लिए पुलिस हटाने को लेकर एक बयान दिया था। इस बयान के बाद वह लंदन में इलाज करा रहे थे जिसके बाद वह सब छोड़कर भारत आये और खुद सरेंडर हो गए। इसके बाद वह 42 दिन जेल मे रहे, बाद में उन्हें जमानत मिली, लेकिन दस साल उन्होंने केस लड़ा और फिर बाइज्जत बरी हो गए।
उन्होंने कहा कि आए दिन इस तरह के बयानात मुसलमानों को विरोध में दिए जाते हैं और भाजपा नेताओं को मुसलमानों के विरोध में बयान देने मे बहुत मजा आता है। ऐसे बयान देने वालों के खिलाफ कोई कारवाई नहीं होती। संविधान तो सबको बराबर अधिकार देता है तो क्या यही उनका अधिकार है?
उन्होंने कहा कि इससे पहले भी भाजपा के एक नेता ने ऐसा ही बयान दिया था। चुनाव आयोग संज्ञान लें और कार्रवाई करें, ताकि नफरत फैलने से रोका जाए। उन्होंने आगे कहा कि नवनीत राणा जैसा भाषण अगर वारिस पठान देते तो वह आज जेल की सलाखों के पीछे रहते।
बता दें कि बुधवार को भाजपा सांसद नवनीत राणा ने असदुद्दीन ओवैसी और उनके छोटे भाई अकबरुद्दीन को लेकर एक विवादित बयान दिया था। उन्होंने कहा था कि अगर हैदराबाद में 15 सेकेंड के लिए पुलिस हटी तो पता भी नहीं चलेगा कि दोनों भाई कहां गए।