मुजफ्फरनगर। केंद्रीय मंत्री डॉ0 संजीव कुमार बालियान के अथक प्रयासों के पश्चात मुज़फ्फरनगर में 30 साल बाद जर्जर तार एवं ए. बी. केबिल बदलने का कार्य भारत सरकार की महत्वाकांक्षी परियोजना आर.डी.एस.एस. के अंतर्गत मैसंस लार्सन एंड टूब्रो कंस्ट्रक्शन द्वारा मंत्री के निर्देशन एवं विद्युत विभाग की देखरेख में क्रियान्वित किया जा रहा है।
इस योजना से बार-बार उत्पन्न होने वाले विद्युत अवरोध व विद्युत प्रदाय ना होने के कारण आने वाली परेशानियों को दूर किया जा सकेगा ! इस संदर्भ में मंत्री डॉ0 संजीव बालियान के द्वारा विद्युत विभाग के सभी उच्च अधिकारियों तथा कार्यदायी संस्था के साथ परियोजना की कार्यशीलता के बाबत विस्तृत समीक्षा की गई तथा कार्य को सुचारु ढंग से और गतिशील बनाने के लिए उत्तम मार्गदर्शन दिया गया!
विद्युत विभाग के उच्च अधिकारियों से हुई समीक्षा के उपरांत मुजफ्फरनगर जिले में लाइन लॉस को कम करने के लिए 228 किलोमीटर एल.टी.ए. बी.सी. तथा अतिभारित 11 के. वी. फीडरों को विभाजित कर फीडर पर लोड कम किया जा सकेगा, जिसके अंतर्गत कुल 64 किलोमीटर का कार्य पूरे जिले में होना प्रस्तावित है।
इसके अलावा 61 नग 11 केवी के ऐसे फीडर्स हैं, जिन पर वर्तमान में जंगल और गांव दोनों की सप्लाई एक साथ चल रही है इन दोनों सप्लाई को अलग करने का कार्य कार्यदायी संस्था द्वारा 425 किलोमीटर लंबाई के नए 11 केवी फीडर का निर्माण कार्य किया जाएगा।
इस योजना में 11 केवी तथा 33 केवी लाइन के जर्जर तारों को बदलने का कार्य भी प्रस्तावित है, जिसके लिए 76 किलोमीटर नए तारों से जर्जर तारों को बदला जाएगा। इस योजना हेतु मंत्री के अथक प्रयासों के उपरांत भारत सरकार द्वारा कुल अनुमानित धनराशि रु.250 करोड़ की स्वीकृति प्रदान की गई है।