नई दिल्ली। डोनाल्ड ट्रंप ने 20 जनवरी को अमेरिका के 47वें राष्ट्रपति के रूप में शपथ ली। इस ऐतिहासिक मौके पर उन्होंने कई बड़े फैसलों की घोषणा की और कहा कि “अमेरिका का स्वर्णिम युग” शुरू हो गया है। शपथ ग्रहण समारोह में दुनिया की कई बड़ी हस्तियां शामिल हुईं, जिनमें प्रमुख नाम एलन मस्क का भी था।
कार्यक्रम के दौरान एलन मस्क ने मंच से भाषण दिया और भविष्य की योजनाओं पर चर्चा की। मस्क ने अमेरिका के अंतरिक्ष मिशन पर बात करते हुए कहा, “क्या आप कल्पना कर सकते हैं कि अमेरिकी अंतरिक्ष यात्री अमेरिकी झंडे को दूसरे ग्रह पर ले जाएंगे? यह एक शानदार पल होगा।” उन्होंने आगे कहा, “मैं आप लोगों के लिए कड़ी मेहनत करूंगा और भविष्य को बेहतर बनाने के लिए हरसंभव प्रयास करूंगा।”
भाषण के बाद एलन मस्क द्वारा किए गए एक इशारे ने सोशल मीडिया पर विवाद खड़ा कर दिया। कुछ लोगों ने उनके इशारे को “नाजी सलामी” जैसा बताया, जो हिटलर के शासनकाल के दौरान नाजी जर्मनी में किया जाता था। इस इशारे में दाहिना हाथ हवा में कंधे की ऊंचाई तक सीधा बढ़ाया जाता है।
मुजफ्फरनगर में खाद्य सुरक्षा टीम ने मांस, डेयरी व मिठाई की दुकानों पर की छापेमारी
मस्क के इस इशारे पर सोशल मीडिया पर बहस छिड़ गई। कुछ लोगों ने इसे असंवेदनशील और नाजी विचारधारा से जोड़ते हुए आलोचना की, जबकि कुछ ने मस्क का बचाव किया और इसे गलतफहमी करार दिया।
मस्क के समर्थकों का कहना है कि यह इशारा केवल सामान्य अभिवादन था और इसका नाजी सलामी से कोई लेना-देना नहीं है। हालांकि, इस विवाद ने मस्क के भाषण के महत्व और ट्रंप के शपथ ग्रहण समारोह की चर्चा को प्रभावित किया।
मस्क ने कार्यक्रम में यह भी स्पष्ट किया कि वह मंगल ग्रह पर मनुष्य को भेजने और अंतरिक्ष में अमेरिकी प्रभुत्व को स्थापित करने के लिए प्रतिबद्ध हैं। उनका कहना था कि यह ट्रंप प्रशासन के नेतृत्व में संभव होगा।
डोनाल्ड ट्रंप ने अपने भाषण में अमेरिका के लिए “अमेरिका फर्स्ट” नीति की घोषणा की और अंतरिक्ष में अमेरिकी नेतृत्व को स्थापित करने की बात पर जोर दिया। ट्रंप ने कहा कि अमेरिका दुनिया का सबसे शक्तिशाली और सम्मानित देश बनेगा।
यह शपथ ग्रहण समारोह कई विवादों और घोषणाओं के लिए याद किया जाएगा। एलन मस्क का बयान और उनके इशारे ने समारोह को और भी चर्चित बना दिया है।