सुल्तानपुर। सुल्तानपुर में हुई इस एनकाउंटर की घटना ने उत्तर प्रदेश की राजनीति में काफी हलचल मचा दी है। 28 अगस्त को सुल्तानपुर के ठठेरी बाजार में एक ज्वेलरी शॉप से करोड़ों रुपये की लूट की घटना हुई थी, जिसके बाद एसटीएफ ने कार्रवाई करते हुए गुरुवार को मंगेश यादव नामक आरोपी को एनकाउंटर में मार गिराया।
हालांकि, इस एनकाउंटर के बाद कई तरह के सवाल खड़े हो रहे हैं। कुछ लोग इसे न्यायोचित ठहरा रहे हैं, जबकि अन्य इसे पुलिस द्वारा की गई जल्दबाजी मान रहे हैं। एनकाउंटर पर सवाल उठाने वालों का कहना है कि इस तरह की कार्रवाई बिना उचित जांच-पड़ताल के की जा रही है। वहीं, दूसरी ओर, पुलिस और प्रशासन इसे अपराध नियंत्रण का एक महत्वपूर्ण कदम बता रहे हैं। सूबे की राजनीति में यह मामला इसलिए और गरमा गया है क्योंकि विपक्षी दल इस एनकाउंटर को लेकर सरकार पर सवाल उठा रहे हैं, जबकि सत्ताधारी पक्ष इसे कानून-व्यवस्था सुधारने के एक प्रयास के रूप में पेश कर रहा है।
वहीं मंगेश की बहन प्रिंसी ने बताया कि, ‘सोमवार की रात लगभग 2:00 बजे पुलिस वाले सादी वर्दी में घर से मंगेश को पूछताछ के लिए लेकर जाते हैं। इसके अलावा उसके घर की तलाशी भी ली जाती है। इसके बाद गुरुवार की सुबह उनके पास एनकाउंटर की खबर पहुंचती है।
मृतक मंगेश की मां शीला देवी ने बताया कि, ‘पुलिस वाले मंगेश को पूछताछ के लिए लेकर गए थे और उसके बाद सुबह उसकी मौत की खबर आती है।’ वहीं बेटे के एनकाउंटर में मारे जाने की घटना के बाद से मां बेहोश हो जा रही है। इसके बाद वह दहाड़ मार कर रोने लगती है।
गांव के ही धनंजय यादव ने कहा कि, ‘इस मामले में जाति विशेष के कारण मंगेश की हत्या कर दी जाती है। अन्य आरोपियों को गिरफ्तार किया जाता है। अगर एनकाउंटर करना चाहिए था तो सभी व्यक्तियों का एनकाउंटर करना चाहिए।
जानकारी के अनुसार 2 सितम्बर को IG रेंज अयोध्या प्रवीण कुमार ने मंगेश यादव के ऊपर 50 हजार रुपये का इनाम घोषित। फिर 4 सितम्बर को ADG जोन लखनऊ एस.बी शिरोडकर के यहां से कुल 10 बदमाशों पर 1-1 लाख का इनाम घोषित किया गया था। वहीं गुरुवार की सुबह एसटीएफ लखनऊ की टीम ने पुलिस उपाधीक्षक डी.के शाही के नेतृत्व वाली टीम ने मंगेश यादव को एनकाउंटर में मार गिराया। मंगेश यादव पर कुल सात मुकदमे दर्ज थे। यह मुकदमे चोरी लूट और डकैती के मामले में दर्ज किए गए थे। जौनपुर के लाइन बाजार पुलिस स्टेशन में 3,प्रतापगढ़ के पट्टी में 1,सुल्तानपुर के करौंदीकला थाने में 2 और कोतवाली नगर में 1,कुल 7 मुकदमे दर्ज थे।