मुजफ्फरनगर। जिले के सभी नौ गन्ना समितियों से जुड़े किसानों में चुनाव को लेकर सरगर्मियां तेज हो गई है। इसकी सबसे बड़ी वजह पिछले नौ साल बाद चुनाव होना माना जा रहा है।
आगामी 23 सितंबर से चुनाव प्रक्रिया शुरू होगी और 24 को आपत्तियां दाखिल होंगी। किसान राजनीति की धुरी माने जाने वाली गन्ना विकास समितियों के चुनाव वर्ष 2015 में हुए थे। वर्ष 2023 में चुनाव के लिए कार्यक्रम निर्धारित किया गया था लेकिन उस दरम्यान चुनाव नहीं हो सके थे। जिले में मोरना सहकारी मिल गन्ना समिति सहित नौ गन्ना समितियां संचालित हैं।
पहले चरण में डेलीगेट्स के लिए चुनाव होगा। जिले में हजारों की संख्या में गन्ना किसान सदस्य हैं। इन किसानों की सूची को तैयार किया जा रहा है। करीब 200 से अधिक डेलीगेट्स चुने जाएंगे। ये डेलीगेट्स प्रबंध समिति के नौ डायरेक्टर का चुनाव करेंगे। डायरेक्टर का चुनाव हो जाने रुद्गड्डह्म्ठ्ठ बाद तीसरे चरण में सभापति का चुनाव होगा। ऐसे में गन्ना समितियों की प्रबंध समिति के चुनाव को ग्राम स्तर पर प्रतिनिधियों के चुनाव के लिए अनंतिम मतदाता सूची का प्रदर्शन 23 सितंबर कर दिया जाएगा।
जिस पर 24 को आपत्तियां दाखिल होंगी। इसकी जानकारी जिला गन्नाधिकारी संजय सिसौदिया ने दी। उन्होंने बताया कि गन्ना समिति में डायरेक्टर व सभापति चुनाव को लेकर किसानों में काफी उत्सुक्ता है। किसान वर्ग इस चुनाव में बढ़ चढ़कर हिस्सा लेने की तैयारी में जुट गए हैं। प्रतिनिधियों (डेलीगेट) के चुनाव के लिए 26 सितंबर को नामांकन दाखिल होंगे। 27 सितंबर को जांच की प्रक्रिया होगी। 30 सितंबर को नामांकन वापस लिए जा सकेंगे। मतदान तीन अक्टूबर को होगा।
इसके बाद प्रबंध समिति के संचालक (डायरेक्टर ) पद के लिए सात अक्तूबरको अनंतिम मतदाता सूची का प्रदर्शन, आठ अक्तूबर को आपत्ति व नौ अक्तूबर को अंतिम सूची का प्रकाशन होगा। संचालक पद के लिए 10 अक्तूबर को नामांकन, 11 अक्तूबर को जांच, 14 अक्तूबर को नामांकन वापसी होगी। संचालक पद के लिए 16 अक्तूबर को मतदान होगा। सभापति पद के लिए 17 अक्तूबर को चुनाव संबंधी सभी प्रक्रिया पूरी करके मतदान एवं मतगणना कर परिणाम घोषित किया जाएगा।