मुजफ्फरनगर। जिला गन्ना अधिकारी के प्रयासों से अब खेतों में पडी गन्ने की पत्ती का निस्तारण कराया जाना संभव हो सका है।
जिला गन्ना अधिकारी ने किसानों से अपील की है कि वे किसी भी स्थिति में अपने खेतों में पडी गन्ने की पत्ती को न जलायें, क्योंकि इससे भूमि की उपज क्षमता में कमी आती है, बल्कि पत्ती को खेत में ही नेस्तनाबूद कर दें, उससे किसानों की फसल क्षमता बढेगी और उन्हें अधिक मुनाफा होगा।
मिली जानकारी के अनुसार जिला गन्ना अधिकारी के प्रयासों से अब न तो प्रदूषण बढेगा और न ही पत्ती जलाने से किसानों की फसल उत्पादन क्षमता में कमी जायेगी।
जिला गन्ना अधिकारी संजय सिसौदिया के प्रयासों से गन्ना समिति तितावी में स्थापित फार्म मशीनरी बैंक में उपलब्ध ट्रैक्टर व मलचर से ग्राम सुजडु में किसान अफजाल के गन्ने के खेत को गन्ना सप्लाई करने के बाद खेत में पड़ी गन्ने की पत्ती की मलचिंग सचिव सहकारी गन्ना विकास समिति तितावी सतीश कुमार की उपस्थिति में कराई गई।
इस प्रकार पत्ती की मलचिंग करने से गन्ने की पत्ती मिट्टी में मिलकर भूमि में जीवांश की मात्रा में वृद्धि होकर भूमि की उर्वरा शक्ति बढ़ती है, जीवांश के कारण ही खेत में खड़ी फसल भूमि में पड़े हुए सूक्ष्म पोसक तत्वों का पोषण कर पाते हैं।
जिला गन्ना अधिकारी संजय सिसौदिया ने सभी किसानों से अपील करते हुए कहा कि किसान भाई सहकारी गन्ना विकास समिति तितावी में उपलब्ध यंत्रों को निर्धारित शुल्क में प्राप्त करके लाभ कमाएं और खेत में पत्ती को बिल्कुल भी न जलाए।