मेरठ। केंद्र सरकार की टोल नीति और टोल प्रबंधन के खिलाफ बढ़ती नाराज़गी के बीच भारतीय किसान यूनियन (एकता) ने काशी टोल प्लाजा पर बड़ा प्रदर्शन किया। संगठन के राष्ट्रीय अध्यक्ष एडवोकेट फरमान त्यागी के निर्देश पर यह विरोध प्रदर्शन जिलाध्यक्ष शुजाअत राणा की अगुवाई में किया गया।
इस दौरान यूनियन के सैकड़ों कार्यकर्ता और स्थानीय ग्रामीण मौजूद रहे, जो टोल प्लाजा पर नाजायज वसूली और आमजन को हो रही समस्याओं को लेकर गुस्से में थे। धरना स्थल पर केंद्रीय सड़क परिवहन मंत्री के नाम एक छह सूत्रीय मांगपत्र टोल प्रबंधक अवनीश चौहान को सौंपा गया।
प्रदर्शन के दौरान किसान नेताओं में प्रदेश उपाध्यक्ष ऋषिपाल गुज्जर, आसिफ अंसारी, राष्ट्रीय महासचिव रियान त्यागी, प्रदेश महासचिव आदेश गुज्जर, जिलाध्यक्ष सहारनपुर सोनू भारद्वाज और मेरठ जिलाध्यक्ष शोएब त्यागी समेत अनेक पदाधिकारी मौजूद रहे।
धरने की मुख्य मांगों में से एक अहम मुद्दा रहा—पार्थिव शरीर ले जा रहे शव वाहनों से टोल वसूली। भाकियू एकता के जिलाध्यक्ष शुजाअत राणा ने इस पर सख्त आपत्ति जताते हुए मांग की कि ऐसे वाहनों को निःशुल्क टोल पार करने की अनुमति दी जाए।
इसी कड़ी में यूनियन ने मेरठ के भुनी टोल प्लाजा पर भी मैनेजर बिट्टू चौधरी से वार्ता की और किसानों व स्थानीय लोगों की समस्याओं से अवगत कराया। प्रबंधन ने उन्हें हरसंभव सहयोग देने का आश्वासन दिया।
धरना प्रदर्शन में मेहराब रहमान, अरुण कुमार, नूर हसन, पंकज सैनी, निखिल मित्तल, मोहम्मद यासीन, आमिर हर्रा, रामकुमार ललित, उदित सरदार फारुकी, वसीम खान, और अन्य कई कार्यकर्ता शामिल रहे।
भारतीय किसान यूनियन (एकता) ने चेतावनी दी है कि अगर टोल प्रबंधन ने जल्द ही मांगें नहीं मानीं, तो संघर्ष को और तेज़ किया जाएगा।