नई दिल्ली। पंजाब-हरियाणा (शंभू) बॉर्डर से किसान एक बार फिर दिल्ली की ओर बढ़ने की कोशिश कर रहे हैं। इस आंदोलन को ‘दिल्ली चलो’ नाम दिया गया है। पुलिस ने इन किसानों को रोकने के लिए कटीले तार और तमाम तरह के अवरोधों को सड़कों पर लगाया है।
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किसानों ने इन तारों और अवरोधों को सड़क से हटाकर अपनी यात्रा जारी रखी है। इस घटना के वीडियो में किसान कटीले तारों को हटाकर आगे बढ़ते दिखाई दे रहे हैं। वीडियो में दिखाया गया है किस तरह से किसानों की भीड़ तारों को हटाते हुए उन्हें रास्ते पर किनारे करने के बाद आगे बढ़ रही है। वहीं, एक अन्य वीडियो में पुलिस किसानों पर आंसू गैस के गोले फेंकते हुए दिखाई दे रही है।
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वीडियो में पुलिसकर्मी किसानों के पास पिस्टल होने की बात भी कह रहे हैं। जिससे किसान मना कर रहे हैं। एक और वीडियो में पुलिसकर्मी किसानों के मार्च के बीच एक जाली के अंदर खड़े दिखाई दे रहे हैं, साथ ही अंदर से ही पुलिसकर्मी किसानों पर आंसू गैस के गोले फेंकते हुए नजर आ रहे हैं।
बता दें कि पंजाब-हरियाणा (शंभू) बॉर्डर से किसान एक बार फिर दिल्ली की ओर बढ़ने की कोशिश कर रहे हैं। इस आंदोलन में शंभू बॉर्डर पर 13 फरवरी से 8 महीने से ज्यादा समय से धरना दे रहे किसान अब ट्रैक्टर-ट्रॉली के बिना पैदल ही दिल्ली की ओर बढ़ने की कोशिश कर रहे हैं। शुक्रवार को 101 किसानों का पहला जत्था शंभू बॉर्डर पर एकत्र होकर रवाना होने की योजना बना रहा है।
किसान आंदोलन को लेकर हरियाणा और दिल्ली पुलिस ने सुरक्षा व्यवस्था कड़ी कर दी है। सार्वजनिक सभाओं और जुलूसों पर प्रतिबंध लगा दिया गया है, और कानून-व्यवस्था बनाए रखने के लिए अर्धसैनिक बलों की तैनाती की गई है। इसके साथ ही ड्रोन और वाटर कैनन की व्यवस्था भी की गई है। शंभू बॉर्डर पंजाब के पटियाला और हरियाणा के अंबाला को जोड़ता है।