मेरठ। गंगानगर क्षेत्र के ईशापुरम में 15 दिन पूर्व घर में हुई जिम ट्रेनर दीपक की हत्या के मामले में पुलिस ने आरोपी पिता को गिरफ्तार कर लिया है। पुलिस का दावा है कि दीपक अक्सर मां से झगड़ा करता था। मकान अपने नाम कराने के विवाद में उसने पिता का गिरेबां तक पकड़ लिया था। इसी के चलते पिता ने चाकू घोंपकर उसकी हत्या कर दी।
108 ईशापुरम कॉलोनी निवासी 11 जाट रेजीमेंट से सेवानिवृत हवलदार हवा सिंह तेवतिया दौराला चीनी मिल में नौकरी करते हैं। बड़ा बेटा दीपक जिम ट्रेनर था। छोटा बेटा पंकज सेना में कश्मीर में तैनात है। एक मई की शाम दीपक के पेट में चाकू लग गया था।
परिजनों ने उसे निजी अस्पताल में भर्ती कराया था जहां उसकी मौत हो गई थी। परिजनों ने छत से गिरने पर दीपक को चोट लगना बताया था, जबकि उसका पेट फटा हुआ था, आंतें तक दिख रहीं थी। ज्यादा खून बहने से उसकी मौत हो गई थी।
पुलिस को चाकू बाहर सड़क पर पड़ा मिला था, जबकि पूरे घर में खून फैला था। दीपक की पत्नी शीतल ने सास-ससुर के खिलाफ हत्या की रिपोर्ट दर्ज कराई थी। आरोप लगाया ननद ज्योति की शादी यूपी पुलिस के सिपाही से हुई थी। उसके पति की पोस्टिंग शामली में है। ईशापुरम में ज्योति ने मकान किराए पर ले रखा है। लेकिन वह ज्यादातर समय माता-पिता के पास रहकर प्राइवेट नौकरी कर रही थी।
मां अपना मकान बेटी ज्योति के नाम करना चाहती थी। जिसका विरोध दीपक करता था। इसी बात को लेकर कुछ दिनों से विवाद चल रहा था। एक मई की शाम वह घर के काम में लगी थी। तभी विवाद हुआ। शीतल का आरोप है कि जब वह बाहर वाले कमरे में पहुंची तो देखा सास संता ने दीपक के हाथ पकड़े हुए थे, ससुर हवा सिंह ने चाकू दीपक के पेट में मार दिया। जिससे पूरे घर में खून फैल गया। मां संता की ओर से भी पुत्रवधू शीतल के खिलाफ तहरीर दी गई थी।