मेरठ। जानीखुर्द में नेत्रहीन पति की हत्या करने वाली महिला को पुलिस ने जेल भेज दिया। नेत्रहीन पति की नौकरी पाकर प्रेमी से शादी करने के सपने देखने वाली पूनम और उसका प्रेमी जेल की सलाखों के पीछे पहुंच गए। पूनम अपने प्रेमी के साथ मिलकर पांच साल से नरेंद्र को रास्ते से हटाने की फिराक में थी। पुलिस ने इस सनसनीखेज हत्याकांड का खुलासा कर दिया।
मृतक नरेंद्र पुत्र चांदराम निवासी पशु अस्पताल कंपाउंड सूरजकुंड जन्म से ही नेत्रहीन था। नरेंद्र पशु चिकित्सालय सूरजकुंड में चतुर्थ श्रेणी का कर्मचारी था। नरेंद्र का विवाह 12 साल पहले पूनम पुत्री तेजपाल निवासी नई बस्ती टीपीनगर के साथ हुआ था।
एसपी देहात कमलेश बहादुर ने बताया कि पूनम का पांच साल से धीरज पुत्र हरिश्चंद निवासी लल्लापुरा नई बस्ती टीपीनगर से प्रेम-प्रसंग चल रहा था। धीरज पूनम से मिलने के लिए उसके घर भी जाने लगा था। इसको लेकर नरेंद्र की पूनम से कई बार कहासुनी भी हुई थी। इस दौरान धीरज ने पूनम से कहा कि अगर नरेंद्र को रास्ते से हटा देंगे तो उसकी नौकरी आश्रित कोटे से तुम्हें मिल जाएगी। इसके बाद दोनों शादी करके साथ रहेंगे। इसके बाद दोनों ने मिलकर नरेंद्र की हत्या कर दी।