चरथावल। बुधवार सुबह एक किसान का शव मिलने से सनसनी फैल गई। ग्राम न्यामू के निकट हिंडन नदी में किसान का शव पड़ा मिला। ग्रामीणों ने इसकी सूचना पुलिस को दी। सूचना पर पुलिस मौके पर पहुंची और किसान के शव को नदी से निकालकर उसकी शिनाख्त की।
शिनाख्त करने पर मृतक की पहचान कसौली निवासी कल से लापता भूपेंद्र के रूप में हुई। वही भाकियू अराजैनतिक के ब्लॉक अध्यक्ष ठाकुर कुशलवीर सिंह ने ग्रामीणों के साथ मृतक के परिवार को मुआवजा दिए जाने की मांग को लेकर धरना प्रदर्शन किया। सूचना पर मौके पर पहुंचे सीओ सदर विनय गौतम, नायब तहसीलदार व प्रभारी आईपीएस अभिजीत कुमार ने शीघ्र मुआवजा दिलवाए जाने का आश्वासन देकर धरने को समाप्त कराया तथा मृतक के शव को पीएम के लिए भेजा।
गत दिनों हिंडन नदी में आई बाढ़ के चलते किसानों की हजारों बीघा फसलें जलमग्न हो गई है। हिंडन नदी किनारे बसे दर्जनों गांवों में पानी भर गया था, जिससे सैकड़ों किसान प्रभावित हुए थे। केंद्रीय राज्यमंत्री डॉ. संजीव बालियान ने ग्राम कसौली में बाढ़ के पानी में उतरकर नुकसान का जायजा लिया था तथा किसानों को आश्वस्त किया था कि उनके नुकसान की भरपाई सर्वे कराकर पूरी की जाएगी।
थाना चरथावल क्षेत्र के गांव कसौली निवासी किसान भूपेंद्र पुत्र ओमवीर ने बीस बीघा जमीन में गन्ने की फसल बोई हुई थी।बाढ़ के पानी से फसल बर्बाद हो गई थी। परिजनों के अनुसार भूपेंद्र शनिवार शाम खेतों पर फसल देखने गया था, लेकिन उसका कुछ पता नहीं चल पाया था। बुधवार सुबह एक किसान का शव मिलने से सनसनी फैल गई। ग्राम न्यामू के निकट हिंडन नदी में किसान का शव पड़ा मिला।
ग्रामीणों ने इसकी सूचना पुलिस को दी। सूचना पर पुलिस मौके पर पहुंची और किसान के शव को नदी से निकालकर उसकी शिनाख्त की। मृतक की शिनाख्त कसौली गांव निवासी किसान भूपेंद्र के रूप में हुई ग्रामीणों का कहना है कि मृतक के खेत नदी के दूसरे किनारे है। कल घास लेने गया था।
माना जा रहा है उसका पैर फिसलकर नदी में डूबने से मौत हुई है। परिजनों का भी यही मानना है। वही भाकियू अराजैनतिक के ब्लॉक अध्यक्ष ठाकुर कुशलवीर सिंह ने ग्रामीणों के साथ मृतक के परिवार को मुआवजा दिए जाने की मांग को लेकर धरना प्रदर्शन किया। सूचना पर मौके पर पहुंचे सीओ सदर विनय गौतम,नायब तहसीलदार व प्रभारी आईपीएस अभिजीत कुमार ने शीघ्र मुआवजा दिलवाए जाने का आश्वासन देकर धरने को समाप्त कराया तथा मृतक के शव को पीएम के भेजा दिया है।
ठाकुर कुशलवीर सिंह ने कहा कि इस समय हिंडन नदी में आई बाढ़ से नष्ट हुई किसान की फसलों के कारण किसान आत्महत्या करने के तगार पर है। किसान के पास अपने परिवार के पालन पोषण के लिए कोई दूसरा जरिया नहीं है। आज तक कोई भी राजस्व अधिकारी अथवा कर्मचारी किसानों के बीच नुकसान का सर्वे करने गांव में नहीं पहुंचा, जल्द से जल्द किसानों को हुए बाढ़ से हुए नुकसान का सर्वे हो और उनको मुआवजा मिले।
इस मौके पर ठाकुर जनक पाल सिंह, ठाकुर प्रदीप राणा, ठाकुर अजेस सिंह, अश्वनी राणा उर्फ पोपिन, ठाकुर मुकेश सिंह, ठाकुर धीर सिंह, विजेंद्र डायरेक्टर, मोनू प्रधान, सूर्य प्रताप सिंह, ठाकुर शक्ति सिंह, ठाकुर आदेश सिंह, ठाकुर शेर पाल सिंह, आदि सैकड़ों किसान मौजूद रहे।