मुजफ्फरनगर। पति के जुल्म–ओ–सितम से तंग आकर पीड़ित महिला ने जिला प्रशासन से इच्छा मृत्यु की गुहार लगाई है। पीड़ित महिला 3 वर्षों से इंसाफ की आस में सरकारी दफ्तरों के चक्कर काटने को मजबूर हो रही है, मगर इंसाफ तो दूर की बात, पुलिस प्रशासनिक अधिकारी एवं सरकारी दफ्तर में बैठे कर्मचारी भी पीड़ित महिला की बेबसी पर हंस रहे हैं।
सोमवार को नई मंडी निवासी पीड़ित महिला माही ने मीडिया सेंटर पर पत्रकारों से वार्ता करते हुए पति एवं नंदोई अंकुर सिंघल के द्वारा किए गए जुल्मों की दास्तान बयां की। पीड़ित महिला का आरोप है कि 3 साल पूर्व 2021 मे प्रेम प्रसंग के चलते उसकी शादी शेखर से हुई थी। शेखर के प्यार में रुखसार से वह माही बन गई।
बताया गया कि लड़की एक विशेष समुदाय के होने के कारण अंकुर सिंघल को यह बात शुरू से ही गवारा नहीं हुई और प्रॉपर्टी के चक्कर में महिला पर अलग-अलग प्रकार से आरोप प्रत्यारोप लगाते हुए मानसिक एवं शारीरिक रूप से टॉर्चर करना शुरू कर दिया।
आरोप है कि शेखर को उसके बहनोंई अंकुर सिंघल ने नशे की लत लगाकर नशे की दल दल में धकेल दिया ताकि अपने मंसूबों मे कामयाब हों सके। आरोप है कि अंकुर सिंघल माही पर गंदी नजर रखने लगा था। माही द्वारा विरोध करने पर शेखर एवं सास के साथ मिलकर माही को मारपीट कर घर से निकलवा दिया गया।
आरोप है कि पीड़ित महिला को अंकुर सिंघल के द्वारा अंजाम भुगतने की चेतावनी भी मिल रही है। पीड़ित महिला ने जिला प्रशासन व पुलिस प्रशासन से इच्छा मृत्यु की गुहार लगाई है। पीड़ित महिला ने जिला प्रशासन को दो दिनों मे इंसाफ न मिलने की स्थिति में जिला कलेक्ट्रेट में आत्म दाह करने की चेतावनी दी हैं।