रांची। झारखंड में दो महीने पहले हुए विधानसभा चुनाव के दौरान कांग्रेस, झारखंड मुक्ति मोर्चा, राष्ट्रीय जनता दल और सीपीआई (एमएल) के गठबंधन ने 450 रुपए की दर से गैस सिलेंडर देने का वादा किया था, लेकिन इस घोषणा पर सरकार ने अब तक अपना रुख स्पष्ट नहीं किया है। झारखंड सरकार के वित्त मंत्री राधाकृष्ण किशोर ने रविवार को इस संबंध में पत्रकारों के सवाल पर गोलमटोल जवाब दिया।
उन्होंने कहा कि राज्य में इंडिया गठबंधन की सरकार है। 450 रुपए में गैस सिलेंडर देने की घोषणा इंडिया गठबंधन ने नहीं की थी, बल्कि कांग्रेस पार्टी ने अपने स्तर पर यह वादा किया था। ऐसे में इस मुद्दे पर कोई भी निर्णय इंडिया गठबंधन के साझा प्लेटफॉर्म पर ही हो सकता है। वित्त मंत्री के इस वक्तव्य के बाद भारतीय जनता पार्टी राज्य की सरकार पर हमलावर हो गई है। भाजपा के प्रदेश महामंत्री एवं राज्यसभा सदस्य आदित्य साहू ने कहा कि वित्त मंत्री राधाकृष्ण किशोर ने यह बयान देकर चुनाव में किए गए वादों को एक तरह से नकार दिया है। इससे हेमंत सोरेन सरकार की नीयत उजागर हो गई है। वित्त मंत्री विधानसभा में कांग्रेस पार्टी का प्रतिनिधित्व करते हैं, जिसका जनता के साथ धोखेबाजी करने का पुराना इतिहास रहा है।
सांसद आदित्य साहू ने कहा कि वित्त मंत्री को सरकार में शामिल पार्टियों का मेनिफेस्टो फिर से पढ़ना चाहिए। यह कांग्रेस और झामुमो दोनों पार्टियों की घोषणा थी, लेकिन आज वह कितनी बेशर्मी से यह बात कह रहे हैं कि 450 रुपए में सिलेंडर देने का वादा इंडी गठबंधन का नहीं था। किशोर कह रहे हैं यह कांग्रेस पार्टी का वादा था, जिसे पूरा करने के लिए सरकार बाध्य नहीं है। आखिर जनता कैसे समझे कि कौन सा वादा इंडी गठबंधन का था, क्योंकि इस गठबंधन ने कोई घोषणा पत्र घोषित किया ही नहीं है। उन्होंने कहा कि यह सरकार आगे भी योजनाओं को लागू नहीं करने के बहाने ढूंढेगी और जनता को बार-बार धोखा देगी। कांग्रेस के नेता राहुल गांधी पहले भी ‘खटाखट योजना’ के नाम पर जनता को ठग चुके हैं। आज हिमाचल प्रदेश जैसे कांग्रेस शासित प्रदेशों में भी जनता ठगा महसूस कर रही है।