शामली। दिसंबर 2024 में “प्यारी बिटिया पोर्टल” पर प्राप्त हुए नवीनीकरण और नए पंजीकरण के छह आवेदनों की जांच के दौरान एक डॉक्टर के दस्तावेज फर्जी पाए गए। इस मामले में डॉक्टर के खिलाफ एफआईआर दर्ज कर दी गई है, साथ ही उसकी अल्ट्रासाउंड मशीन भी सील कर दी गई है।
मुख्य चिकित्सा अधिकारी कार्यालय से मिली जानकारी के अनुसार, दिसंबर 2024 में दो नवीनीकरण और चार नए पंजीकरण के कुल छह आवेदन प्राप्त हुए थे। इन आवेदनों की समीक्षा के लिए 17 दिसंबर 2024 को जिलाधिकारी की अध्यक्षता में पीसीपीएनडीटी एक्ट 1994 के तहत गठित जनपदीय सलाहकार समिति की बैठक हुई। बैठक में जिलाधिकारी ने सभी छह चिकित्सकों की शैक्षिक योग्यता और प्रमाण पत्रों का सत्यापन उत्तर प्रदेश मेडिकल काउंसिल से कराने के निर्देश दिए।
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उत्तर प्रदेश मेडिकल काउंसिल, लखनऊ से 6 मार्च 2025 को प्राप्त सत्यापन रिपोर्ट के अनुसार, छह में से पांच चिकित्सकों के दस्तावेज सही पाए गए, जबकि एक चिकित्सक, फिरोज आलम, के अभिलेख फर्जी निकले। इस पर प्रशासन ने सख्त कार्रवाई करते हुए फिरोज आलम के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज करने के निर्देश दिए और आदर्श मंडी थाने में रिपोर्ट दर्ज करा दी गई है। साथ ही, मामले में आगे की जांच पूरी होने तक उनकी अल्ट्रासाउंड मशीन को सील कर दिया गया है।