झांसी। एक बेटी की घर में शादी की रस्में और तैयारियां जोरों पर चल रही थी। बारात भी दरवाजे पर पहुंची, रीति रिवाज और रस्मों के साथ विवाह हो रहा था। जब सुबह सात फेरे लेने की तैयारियां चल रही थी। तभी दुल्हन ने फेरे बीच में ही रोक दिए। जिसके बाद दूल्हे के साथ ही सारे बराती भौचक्के रह गए।
दरअसल दुल्हन शादी की रस्में रोक शादी के जोड़े में ही अपनी बीए तृतीय वर्ष की परीक्षा देने परीक्षा केंद्र जा पहुंची।उसने पहले परीक्षा दी और फिर बाद में फेरे लेकर अपने ससुराल चली गई।
रक्सा थाना क्षेत्र के ग्राम डोंगरी में रहने वाली कृष्णा राजपूत की शादी बबीना के यशपाल सिंह के साथ तय हुई। 15 मई को दरवाजे पर बारात आई। लेकिन 16 मई को दुल्हन का अंतिम पेपर था। क्योंकि 4 मई को होने वाली परीक्षा मतदान की वजह से रद्द कर दी गई थी।
विद्यालय प्रबंधक के समझाने के बाद लड़की के परिजन बेटी को परीक्षा में बिठाने के लिए तैयार हुए। और फेरे लेने से पहले ही दुलहन परीक्षा देने विवेकानन्द डिग्री कॉलेज जा पहुंची। जिसके बाद एक बेटी ने अपने सपनों के साथ परिवार की जिम्मेदारी को बखूबी निभाया। जिसकी अब हर जगह प्रशंसा की जा रही है।