शामली : जिला पंचायत को लेकर भाजपा नेताओं में खींचतान बढती जा रही है। जिला पंचायत प्रकरण में पूर्व जिला पंचायत अध्यक्ष मनीष चौहान ने 12 सदस्यों को साथ लेकर डीएम रविन्द्र सिंह से मुलाकात की।
इसके बाद उन्होने कहा कि सदर विधायक पर तीखे वार करते हुए कहा कि औरतों के पीछे रहकर राजनीति करने से अच्छा है मैदान में आकर और जनता के बीच रहकर राजनीति करे।
पूर्व जिला पंचायत अध्यक्ष मनीष चौहान ने पत्रकारों से बातचीत में कहा कि पुराने प्रस्तावों को बदलकर उनमें नये प्रस्ताव शामिल करने का काम जिला पंचायत अध्यक्षा द्वारा किया जा रहा है। जिसके संबंध में डीएम से अग्रह किया गया है, कि जिला पंचायत नियमों के आधार पर चले। बिना बोर्ड की अनुमति के निर्माण कार्य न किए जाये। कि डेढ वर्ष चुनाव में रह गया है। अपने अपने कार्यों को लेकर सदस्य चिंतित है। उनको जनता के बीच भी जाना है।
उन्होने सदर विधायक पर भी तीखी प्रक्रिया दी। कहा कि ऐसे लोग भी बोल रहे है, जिसमें 72 छेद है। वर्ष 2013 में विधायक की पत्नी जिला पंचायत अध्यक्ष थी, जिसका गनर और गाडी सभी लेकर विधायक घूमते थे। उनके सभी अधिकारों को प्रयोग विधायक कर रहे थे, लेकिन विपक्ष में रहने के बावजूद उन्होने घटिया राजनीति नही की। उनकी कार्यशैली पर कभी उंगली नही उठाई। अमर्यादित राजनीति नही सीखी है। चेतावनी दी, कि औरतों के पीछे बैठकर राजनीति न करे।
यदि दम है तो जनता के बीच रहकर मैदान में जाये। मनीष चौहान ने कहा कि उन्होने अपनी सीट छोडकर मधु को जिताने का काम किया। यदि विधायक में दम है, तो उसका इस्तीफा दिलाये और दोबारा जिताकर रखाये।