नई दिल्ली। हरियाणा में कांग्रेस को जोरदार झटका लगा है। हरियाणा कांग्रेस की वरिष्ठ नेता और पूर्व मंत्री किरण चौधरी और उनकी बेटी एवं पूर्व सांसद श्रुति चौधरी ने मंगलवार को पार्टी से इस्तीफा दे दिया। दोनों नेताओं ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म के जरिए इस्तीफे देने की जानकारी दी। इसके साथ ही किरण चौधरी और श्रुति चौधरी ने कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे को भी अपना त्यागपत्र भेज दिया है। माना जा रहा है कि दोनों ही बुधवार को भारतीय जनता पार्टी का दामन थाम सकती हैं।
किरण चौधरी वर्तमान में हरियाणा की तोशाम सीट से विधायक हैं। श्रुति चौधरी हरियाणा कांग्रेस की कार्यकारी अध्यक्ष थीं। किरण चौधरी ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर अपना त्यागपत्र शेयर करते हुए लिखा, ”मैंने कांग्रेस की प्राथमिक सदस्यता से त्यागपत्र दे दिया है। हरियाणा के जनक चौ. बंसीलाल जी के संस्कारों व विचारधारा को हरियाणा में प्रसारित करना और क्षेत्र एवं प्रदेश का ईमानदारी से विकास करना मेरी हमेशा प्राथमिकता रहेगी।”
किरण चौधरी ने त्यागपत्र में लिखा, “मैं भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस पार्टी की प्राथमिक सदस्यता से अपना त्यागपत्र देती हूं। मैं पिछले 4 दशकों से कांग्रेस पार्टी की एक निष्ठावान और दृढ़ सदस्य रही हूं और इन वर्षों में मैंने अपना जीवन पार्टी और उन लोगों के लिए समर्पित कर दिया है, जिसका मैं प्रतिनिधित्व करती आई हूं। हरियाणा में, मैं आधुनिक हरियाणा के निर्माता स्वर्गीय चौ. बंसीलाल और अपने दिवंगत पति चौ. सुरेन्द्र सिंह की समृद्ध विरासत का भी प्रतिनिधित्व करती हूं। हालांकि, यह सबसे दुर्भाग्यपूर्ण है कि हरियाणा में कांग्रेस पार्टी को व्यक्तिगत जागीर के रूप में चलाया जा रहा है, जिसमें मेरी जैसी ईमानदार आवाज़ों के लिए कोई जगह नहीं है, जिन्हें बहुत ही सुनियोजित और व्यवस्थित तरीके से दबाया और अपमानित किया गया है। शुरू से ही मेरा लक्ष्य और उद्देश्य अपने राज्य और अपने देश के लोगों की सेवा करना रहा है। मैं अब ऐसी बाधाओं के कारण ऐसा करने में असमर्थ हूं।”
उनकी बेटी और पूर्व सांसद श्रुति चौधरी ने भी अपना इस्तीफा साझा करते हुए लिखा, ”मैंने कांग्रेस की प्राथमिक सदस्यता से त्यागपत्र दे दिया है। चौधरी बंसी लाल और चौधरी सुरेंद्र सिंह की विचारधारा पर चल क्षेत्र एवं प्रदेश का विकास करना मेरी हमेशा प्राथमिकता रहेगी।”
श्रुति चौधरी ने लिखा, “मैं भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस के प्राथमिक सदस्य के रूप में और हरियाणा प्रदेश कांग्रेस कमेटी के कार्यकारी अध्यक्ष के पद से भी अपना त्यागपत्र देती हूं। मैं ऐसे लोगों की लंबी परंपरा से आती हूं, जिन्हें निःस्वार्थ भाव से देश की सेवा करने का सौभाग्य मिला है। मैंने भी निःस्वार्थ सेवा की उस महान विरासत को पूरी ईमानदारी और निष्ठा से कायम रखने का प्रयास किया है।”