सहारनपुर। सहारनपुर महानगर से तीन बार विधायक और प्रदेश सरकार में मंत्री रहे और पश्चिमी उत्तर प्रदेश के वैश्य बिरादरी के दिग्गज नेता 65 वर्षीय संजय गर्ग भारतीय जनता पार्टी में शामिल होने की जबरदस्त चर्चाओं के बीच रामलला के दर्शन करने शुक्रवार को अयोध्या रवाना हो गए। उन्हें लेकर समाजवादी पार्टी का शीर्ष नेतृत्व लापरवाह दिख रहा है।
हाल ही में सपा के राष्ट्रीय महासचिव बने चौधरी रूद्रसैन ने संजय गर्ग के भाजपा ज्वाइन करने की चर्चाओं पर इतना ही कहा कि फिलहाल वह सपा में हैं और यदि संजय गर्ग पार्टी छोड़ते हैं तो लोकसभा चुनाव में विपक्षी गठबंधन को बड़ा झटका लगेगा।
संजय गर्ग ने अयोध्या रवानगी के वक्त इस संवाददाता से कहा कि हां वह भाजपा में शामिल हो सकते हैं। भाजपा नेतृत्व जब भी उनकी ज्वाइनिंग का कार्यक्रम तय करेगा तो वह भाजपा में शामिल होंगे। उन्होंने यह भी कहा कि आज डा. राममनोहर लोहिया, महात्मा गांधी की विचारधारा पर समाजवादी पार्टी समेत कोई भी विपक्षी दल नहीं चल रहा है। राजनीति में विचार शून्यता उनके जैसे किसी भी राजनेता को आहत करती है और कचौटती है।
संजय गर्ग ने यह भी कहा कि वह जिस वैश्य समाज से आते हैं उसका भारी समर्थन भाजपा के साथ है और काफी लंबे समय से उनकी बिरादरी का उन पर भाजपा में शामिल होने का दबाव बना हुआ है। संजय गर्ग ने कहा कि 2014 में लोकसभा चुनाव के वक्त कल्याण सिंह ने और दूसरे बड़े नेताओं ने उनसे लोकसभा चुनाव लड़ने की पेशकश की थी। पिछले विधानसभा चुनाव के मौके पर भी भाजपा के शीर्ष नेतृत्व की ओर से जिम्मेदार लोगों ने उनसे संपर्क कर भाजपा में शामिल होने का प्रस्ताव रखा था।
आज विपक्षी गठबंधन इंडिया से लोगों का मोह भंग हो रहा है और नरेंद्र मोदी और मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ का नेतृत्व और कार्यशैली हिंदू जनमानस को प्रेरित और उद्वलित कर रहा हैं। इन्हीं सब बातों के चलते वह भाजपा में शामिल होने को तैयार हुए हैं। भाजपा में शामिल होने की तारीख अभी तय नहीं हुई है। वह भाजपा में शामिल होने से पहले अयोध्या जाकर रामलला के दर्शन करने का शुभ कार्य करना चाहते हैं।
संजय गर्ग सहारनपुर नगर सीट से 1996, 2002 और 2017 में विधायक चुने गए थे। वह मुलायम सिंह यादव के मुख्य मंत्रित्वकाल में लोक निर्माण और वित्त राज्यमंत्री रह चुके हैं। 2008 में मुख्यमंत्री मायावती सरकार में वह व्यापार कर के दर्जा प्राप्त राज्यमंत्री रहे। सपा में वह व्यापार सभा उत्तर प्रदेश के अध्यक्ष रहे। पूरे उत्तर प्रदेश में संजय गर्ग की व्यापारियों में अच्छी पहचान और मजबूत संबंध हैं।
भाजपा के कई नेताओं ने इस संवाददाता से बातचीत में स्वीकार किया कि संजय गर्ग का लोकसभा चुनाव से ठीक पहले पश्चिमी उत्तर प्रदेश में भाजपा के लिए लाभदायक साबित हो सकता है। बहरहाल संजय गर्ग को लेकर वैश्य समाज और भाजपा में जबरदस्त उत्सुकता बनी हुई हैं और संजय गर्ग के मोबाइल फोन की घंटी लगातार बज रही है और उनसे एक ही सवाल पूछ रही है कि वह भाजपा में कब शामिल हो रहे हैं। संजय गर्ग सभी को वही जवाब दे रहे हैं जो उन्होंने आज इस संवाददाता को दिया कि वह तैयार हैं तारीख पार्टी नेतृत्व तय करेगा।