गोरखपुर। उत्तर प्रदेश सरकार में कई बार मंत्री और पूर्वाचल के बाहुबली नेता पंडित हरिशंकर तिवारी का मंगलवार को निधन हो गया। वह करीब 87 वर्ष के थे और कुछ दिनों से बीमार थे। उन्होंने अपने आवास पर अंतिम सांस ली। निधन की सूचना मिलते ही धर्मशाला स्थित उनके आवास पर समर्थकों की भीड़ जुट गई। अपने पीछे वे दो बेटे और एक बेटी छोड़ गए हैं। निधन की सूचना मिलते ही उनके घर और गोरखपुर हाता पर समर्थकों की भीड़ जुट गई है।
हरिशंकर तिवारी के करीबी और रिश्तेदार गणेश पाण्डेय ने बताया कि वह करीब दो वर्षो से बीमार थे। उन्होंने अपने घर में अंतिम सांस ली है। पांडेय ने बताया कि कल्याण सिंह, राम प्रकाश गुप्ता, राजनाथ सिंह, मायावती और मुलायम सिंह यादव के नेतृत्व की उत्तर प्रदेश सरकार में 1997 से 2007 तक लगातार कैबिनेट मंत्री भी रहे। हरिशंकर तिवारी चिल्लूपार विधानसभा क्षेत्र सीट से लगातार 22 वर्षो (1985 से 2007) तक विधायक रहे हैं।
उन्होंने पहला चुनाव 1985 में निर्दलीय लड़ा था, फिर अलग-अलग राजनीतिक दल के टिकट पर चुनाव लड़कर जीतते रहे हैं। तीन बार कांग्रेस के टिकट पर चुनाव लड़कर जीते व यूपी सरकार में मंत्री भी बने थे। 2007 के चुनाव में बसपा ने राजेश त्रिपाठी को अपना प्रत्याशी बनाकर चुनाव मैदान में उतार दिया।
साल 1997 से लेकर 2007 तक यूपी में किसी भी पार्टी की सरकार बनी हो, उसमें हरिशंकर तिवारी जरूर मंत्री बने थे।
हरिशंकर तिवारी के निधन पर समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव ने ट्वीट कर दुख जताया है। उन्होंने ट्वीट किया, “पूर्व मंत्री हरिशंकर तिवारी जी का निधन अत्यंत दुखद! ईश्वर दिवंगत आत्मा को शांति और शोक संतप्त परिवार को यह असीम दुख सहने की शक्ति प्रदान करे।”
पूर्व मंत्री श्री हरिशंकर तिवारी जी का निधन, अत्यंत दुखद!
ईश्वर दिवंगत आत्मा को शांति एवं शोक संतप्त परिवार को यह असीम दुख सहने की शक्ति प्रदान करे।
भावभीनी श्रद्धांजलि! pic.twitter.com/XhUsI6y0b5
— Akhilesh Yadav (@yadavakhilesh) May 16, 2023