फिरोजाबाद। एसओजी व थाना उत्तर पुलिस टीम ने शनिवार को पुलिस आरक्षी भर्ती के सॉल्वर गैंग का भण्डाफोड़ किया है। पुलिस ने चार अभियुक्तों को गिरफ्तार किया है। पुलिस ने इनके आधार व एडमिट कार्ड सहित अन्य सामग्री बरामद की है।
अपर पुलिस अधीक्षक नगर सर्वेश कुमार मिश्रा ने बताया कि पुलिस भर्ती परीक्षा में साल्वर गैंगों के विरुद्ध चलाये जा रहे अभियान के क्रम में सर्विलांस प्रभारी अनुज कुमार राणा व थानाध्यक्ष उत्तर वैभव सिंह ने सूचना पर सॉल्वर गैंग के चार सदस्यों को गिरफ्तार किया गया है। जिसमें हरिशंकर उर्फ हरिओम पुत्र अरविन्द सिंह निवासी नगला गोकुल थाना बसई मौहम्मदपुर, रमनेश कुमार पुत्र सुजान सिंह निवासी मुस्ताबाद प्रेमपुर रैपुरा थाना दक्षिण, अभिषेक यादव पुत्र रामवीर सिंह व नितिन पुत्र विमल यादव निवासी ककरऊ थाना उत्तर शामिल है। जिनके कब्जे से आठ आधार कार्ड, सात एडमिट कार्ड उत्तर प्रदेश पुलिस भर्ती एवं प्रन्नोति बोर्ड लखनऊ, 16 अंगुल छाप पेपर, एक पासबुक,एक चैकबुक,एक स्टाम्प स्याही पैड,एक पेन, चार सिलिकॉन पट्टी, एक एलईडी लाईट व 20,200 रूपये बरामद किए हैं।
उन्होंने बताया कि पूछताछ में अभियुक्त हरिशंकर और रामनेश ने बताया कि हम दोनों परीक्षाओं में असली परीक्षार्थियों की जगह उससे रूपये लेकर उसकी जगह पर दूसरा व्यक्ति असली परीक्षार्थी के नाम पर बैठता है। बताया कि उसके पते से प्रपत्र तैयार करके फोटो लगाकर तथा अंगुष्ठ छाप के प्रिंट की सिलिकॉन उंगली पहनाकर परीक्षा कराते हैं।
अभियुक्तों ने बताया कि हम दोनों इस काम के लिए परीक्षार्थियों से 5-5 लाख रूपये लेते हैं। फिर असली परीक्षार्थी के अंगुल चिह्न बनाकर इनका क्लोन बनाकर नकली परीक्षार्थीयों को उंगलियों पर चढ़ाकर तथा आधार कार्ड पर उसी का फोटो लगाकर एवं प्रवेश पत्र पर वही फोटो लगाकर एग्जाम में भेज देते हैं। हमारे पास जो कागज मिले हैं उसमें चार नकली आधार कार्ड है। जो हमने परीक्षा दिलाने के लिए कूटरचित बनाये हैं। हमारे साथ जो नितिन और अभिषेक मिले हैं,ये सिपाही की परीक्षा दे रहे हैं। इनसे भी हमारे 5-5 लाख रूपये तय हुये थे,लेकिन इन्होंने केवल 57 हजार रुपये ही दिए हैं। बाकी 4 लाख रूपये सुबह देने का वादा किया था।
एएसपी ने बताया कि अभियुक्तगण हरिशंकर और रामनेश गैंग लीडर है। इस गैंग के अन्य सदस्यों के बारे में भी जानकारी जुटाई जा रही है।