गाजियाबाद। गाजियाबाद विकास प्राधिकरण बाबू ने फर्जीवाड़ा कर महिला की संपत्ति हड़पने का प्रयास किया। जीडीए बाबू का सनसनीखेज कारनामा प्रकाश में आते ही कार्यालय में हड़कंप मच गया। महिला ने मामले में एक जीडीए बाबू और परिवार के तीन सदस्यों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराया है। महिला को फर्जीवाड़े का पता तब चला जब उनके बेटे ने गिफ्ट डीड के आधार अपना नाम दर्ज कराने के लिए आवेदन किया। आवेदन के आधार पर म्यूटेशन के लिए संबंधित बाबू ने पत्रावली देखी तो पता लगा कि महिला के स्थान पर जून में ही परिवार के दूसरे सदस्यों का नाम दर्ज हो चुका है। मामला न्यू गांधीनगर का है। सिहानीगेट थाना पुलिस ने एफआईआर दर्ज कर मामले की जांच शुरू कर दी है।
20 नवंबर, 2023 को बेटे के नाम की थी गिफ्ट डीड
न्यू गांधी नगर निवासी 75 वर्षीय शारदा कपूर ने सिहानीगेट थाना पुलिस को दी तहरीर में कहा वह भवन संख्या-140 की स्वामी हैं। उन्होंने 20 नवंबर, 2023 को मकान का आधा हिस्सा अपने बेटे दुर्गेश कपूर के नाम गिफ्ट डीड कर दे दिया था। गिफ्ट डीड के आधार पर दुर्गेश ने 5 जुलाई, 2024 को म्यूटेशन (नाम दाखिल) के लिए आवेदन किया था। आवेदन पत्र संबंधित बाबू ने पत्रावली देखकर बताया कि उक्त संपत्ति पर शारदा कपूर के स्थान पर संजीव कपूर पुत्र स्व. देवेंद्र कपूर का नाम दाखिल है। 11 जून, 2024 को म्यूटेशन भी जारी हो चुका है।
बेटा म्यूटेशन के लिए पहुंचा तो मां का नाम नहीं मिला
शारदा कपूर ने जीडीए बाबू समेत तीन अन्य लोगों फर्जीवाड़े का आरोप लगाते हुए सिहानी गेट थाने में मुकदमा दर्ज कराया है। महिला का आरोप है कि उनके ही परिवार के संजीव कपूर ने पत्नी अर्चना कपूर, दामाद अंकित खनूजा और जीडीए बाबू प्रदीप गुप्ता के साथ मिलीभगत कर फर्जी दस्तावेजों के आधार पर म्यूटेशन करा लिया। म्यूटेशन के लिए शारदा कपूर के फर्जी हस्ताक्षर कर सहमति पत्र तैयार करा लिया गया और फिर जीडीए में दाखिल कर म्यूटेशन करा लिया।
धोखाधड़ी और साजिश का मुकदमा दर्ज
सिहानीगेट थाना पुलिस ने महिला की शिकायत के आधार पर संजीव कपूर, उसकी पत्नी अर्चना कपूर, दामाद अंकित खनूजा और जीडीए बाबू प्रदीप गुप्ता पर केस मुकदमा दर्ज कर लिया है। पुलिस ने आईपीसी की धारा- 120-बी, 420,, 467, 468 और 471 के अतर्गत मुकदमा दर्ज किया है। पुलिस का कहना है कि मामले की जांच की जा रही है।