कानपुर। कुछ ही क्षणों में कठिन बीमारियों के इलाज का दावा कर रहे कानपुर के करौली सरकार बाबा उर्फ संतोष सिंह भदौरिया पर पुलिस के रिटायर्ड दरोगा ने 20 लाख रुपये हड़पने का आरोप लगाया है। रिटायर्ड दरोगा का आरोप है कि बाबा ने यह रकम बीमारियों से मुक्ति के लिए हवन कराने के नाम पर ली थी, लेकिन लाभ नहीं मिलने पर पीड़ित ने अब पुलिस की शरण लेने की बात कही है।
मध्य प्रदेश के छतरपुर निवासी प्रकाश नारायण भट्ट पुलिस में दरोगा के पद से सेवानिवृत्त हुए हैं। उन्होंने बताया कि उनका परिवार बीमारियों से परेशान है। 2 माह पहले इंटरनेट पर संतोष बाबा का वीडियो देखा और प्रभावित होकर वह परिवार के साथ करौली सरकार के आश्रम पहुंचे।
उन्होंने आरोप लगाया कि परिवार के सदस्यों की बीमारी बताने पर बाबा ने पल भर में मुक्ति दिलाने के लिए हवन कराने की बात कही। इसके लिए दो बार में 20 लाख जमा कराए गए। हवन आदि भी हुआ, लेकिन उससे कोई लाभ नहीं मिला और ना ही परेशानी दूर हुई।
उन्होंने इसका विरोध किया, तब बाबा के आश्रम में लगे सुरक्षाकर्मियों ने इलाज से 10 साल में आराम मिलने की बात कहकर आश्रम से भगा दिया।
प्रकाश नारायण ने बताया कि समस्याओं को लेकर पहुंचे लोगों से मोटी रकम लेकर रजिस्ट्रेशन के नाम पर आश्रम का कार्ड बनाया जाता है। करीब 12 से अधिक प्रकार की पूजा के माध्यम से बीमारियों को खत्म करने का दावा किया जाता है। प्रत्येक पूजा पद्धतियों के लिए अलग-अलग शुल्क जमा कराया जाता है।