मेरठ। मेरठ में दोस्तों ने बाइक लूट गैंग बना लिया। पुलिस ने तीनों को पकड़कर बाल सुधार गृह भेज दिया। पूछताछ में पैदल स्कूल जाने से बचने के लिए तीन नाबालिग छात्रों ने बाइक चोरी की। इसके बाद मौज मस्ती के लिए गैंग बनाकर बाइक चोरी करने लगे। आरोपियों ने एक के बाद एक कई बाइक चोरी कीं। मेडिकल थाना पुलिस सीसीटीवी फुटेज के माध्यम से आरोपियों तक पहुंची। तीनों लोहियानगर स्थित एक स्कूल में कक्षा 10 और 11 के छात्र हैं। पुलिस ने तीनों को पकड़कर आठ बाइक बरामद की हैं। दो आरोपी ममेरे-फुफेरे भाई हैं।
एसपी सिटी आयुष विक्रम सिंह का कहना है कि तीनों नाबालिगों से पूछताछ कर उनकी निशानदेही पर चोरी की बाइक बरामद की है। तीनों को किशोर न्यायालय में पेश कर बाल सुधार गृह भेज दिया गया। पूछताछ में तीन बाइक चोरी का खुलासा हुआ है। बरामद बाइकों को कहां से चुराया गया, इसकी जानकारी जुटाई जा रही है। उन बाइक के स्वामियों के संबंध में भी पता लगाया जा रहा है।
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शहर में वाहन चोरी की कई अन्य वारदातों में भी इन तीन नाबालिगों का हाथ था। बाइक चोरी की घटनाओं के बाद आसपास के सीसीटीवी की फुटेज खंगाली। इससे उनकी पहचान हुई है। पुलिस ने जागृति विहार एक्सटेंशन गोल चक्कर के पास से उन्हें पकड़ लिया। एसपी सिटी के मुताबिक नाबालिगों ने पैसा कमाने के लिए वाहन चोरी नहीं की। इन्होंने कोई भी बाइक चोरी करने के बाद बेची नहीं थी। पहली बाइक स्कूल जाने के लिए चोरी की थी। इसके बाद उन्हें बाइक चोरी की लत लग गई। वे अलग-अलग बाइकों को स्कूल ले जाकर शौक पूरा कर मौज मस्ती करने लगे। ये अपने दोस्तों को भी बाइक चलाने के लिए देते थे। चोरी के बाद इन्हें अपने दोस्तों के घर ही खड़ी करते थे।
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तीनों दोस्त कद-काठी में बेहद सामान्य हैं। ऐसे में किसी को शक भी नहीं होता था कि ये वाहन चोर हो सकते हैं। इसी का फायदा उठाकर तीनों वाहन चोरी की घटनाओं को अंजाम दे रहे थे। इनके बारे में जिसने भी सुना, वह हैरान रह गया। किसी को विश्वास नहीं हो रहा था कि इतनी कम उम्र में ये तीनों ऐसा काम कर रहे थे।