Tuesday, November 5, 2024

आरआरटीएस से पॉड टैक्सी तक: नोएडा, गाजियाबाद में परिवहन क्रांति का इंतजार

गाजियाबाद/नोएडा। देश में ट्रांसपोर्ट की बेहतर कनेक्टिविटी ही विकास के नए आयाम खोलती है और लोगों के जीवन को सुगम और सरल बनती है। इस समय उत्तर प्रदेश के गाजियाबाद और नोएडा को एक के बाद एक कई नए ट्रांसपोर्ट माध्यम की सौगात मिलती दिखाई दे रही है। नोएडा में जेवर एयरपोर्ट नए ट्रांसपोर्ट का एक बहुत बड़ा आयाम है और साथ ही साथ मेट्रो कनेक्टिविटी, पॉड टैक्सी, रैपिड रेल। आने वाले दिनों में पश्चिमी उत्तर प्रदेश और उसके आसपास के जिलों में विकास को पंख लगती दिखाई देंगी।

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने देश को पहली रैपिडेक्स ट्रेन की सौगात दी है। प्रधानमंत्री ने 20 अक्टूबर को साहिबाबाद स्टेशन पर हरी झंडी दिखा कर रैपिडेक्स रेल का शुभारंभ किया और स्वयं टिकट खरीद कर प्लैटफ़ार्म में प्रवेश किया। इस दौरान उत्तर प्रदेश की राज्यपाल आनंदीबेन पटेल, मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ, केंद्रीय मंत्री हरदीप सिंह पुरी, भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष भूपेन्द्र चौधरी मौजूद रहे।

सफर के दौरान उनके साथ कुछ छात्र भी मौजूद रहे, यानी प्रधानमंत्री इस रेलवे सफर में आम आदमी की तरह सफर कर यह संदेश दे रहे हैं कि दुनिया की सबसे सर्वश्रेष्ठ हाई स्पीड ट्रेन में उत्तर प्रदेश के आम आदमी सफर करेंगे और उनका सफर अब आसान सुखद और सुंदर होगा और इस सफर के दौरान टिकट खरीदने की प्रक्रिया भी स्वयं कर यही संदेश दिया कि कितना आसान होगा टिकट खरीदना और सफर करना।

दिल्ली-गाजियाबाद-मेरठ आरआरटीएस कॉरिडोर के पहले फेज का उद्घाटन कर दिया गया है। दिल्ली-मेरठ आरआरटीएस कॉरिडोर 82 किलोमीटर लंबा है। इस प्रोजेक्ट पर करीब 30 हजार करोड़ रुपए खर्च हो रहे हैं। फिलहाल इसका फर्स्ट फेज शुरू हो रहा है, जो गाजियाबाद में साहिबाबाद स्टेशन से दुहाई डिपो तक 17 किलोमीटर लंबा है। इस बीच कुल पांच स्टेशन पड़ते हैं जिनमें साहिबाबाद, गाजियाबाद, गुलधर, दुहाई और दुहाई डिपो है। शुरुआत में 10 से 13 ट्रेनें इस ट्रैक पर चलेंगी। ये सफर महज 11 से 12 मिनट में पूरा हो जाएगा। ट्रेन 160 किलोमीटर प्रतिघंटा की स्पीड पर दौड़ेगी।

सेकेंड फेज में साल-2024 में ये ट्रेन मेरठ दक्षिण स्टेशन तक चलाई जाएगी। जबकि साल-2025 में संपूर्ण कॉरिडोर दिल्ली-मेरठ पर रैपिड रेल दौड़ेगी। रैपिड रेल के सामान्य कोच में दुहाई डिपो से साहिबाबाद स्टेशन तक का किराया 50 रुपए होगा। अगर प्रीमियम कोच में यात्रा करते हैं तो यही किराया दोगुना हो जाएगा। इसके संचालन का समय सुबह 6 बजे से रात 11 बजे तक रहेगा। 90 सेंटीमीटर ऊंचाई तक वाले बच्चों का कोई किराया नहीं लगेगा। इसमें यात्री अपने साथ अधिकतम 25 किलो वजनी बैग ले जा सकते हैं।

यमुना प्राधिकरण के इलाके में एक के बाद एक नई योजनाएं उड़ान भर रही हैं। जेवर में बन रहे एयरपोर्ट के चलते इस इलाके का विकास काफी तेजी से होने की उम्मीद है और साथ ही इस पूरे इलाके को एनसीआर में सबसे अलग तरीके से बसाए जाने की भी कवायद चल रही है। यमुना अथॉरिटी के आवासीय और औद्योगिक सेक्टरों में पहले पॉड टैक्सी चलाने की योजना थी। अब उसके साथ-साथ वहां पर ट्राम को भी दौड़ने की योजना को अमलीजामा पहनाने की तैयारी की जा रही है। यमुना अथॉरिटी ने पॉड टैक्सी की डीपीआर को शासन के पास भेजा है। शासन से अप्रूवल आने के बाद इस योजना पर काम शुरू हो जाएगा।

यमुना अथॉरिटी के अधिकारियों ने ट्राम और सिटी बस अपने आवासीय और औद्योगिक सेक्टरों में चलाने की योजना को लेकर कई शहरों का अध्ययन शुरू कर दिया है। इन सुविधाओं के होने से सेक्टर से प्रत्येक ब्लॉक से लोग कम खर्च में बिना किसी परेशानी के आवागमन कर सकेंगे।एक तरफ जहां सिटी बस सेवा को प्रत्येक सेक्टर के ब्लॉक से जोड़ा जाएगा, वही ट्राम को हर 30 मीटर चौड़ी सड़क पर दौड़ाया जाएगा। फिल्म सिटी और औद्योगिक सेक्टरों के अलावा आवासीय सेक्टरों में पॉड टैक्सी को लेकर पहले ही डीपीआर बनाई जा चुकी है। यीडा के आवासीय सेक्टर 18 और 20 दोनों करीब 10 किलोमीटर की परिधि में बसे हुए हैं।

इसके अलावा 3000 से अधिक कंपनियों को यमुना प्राधिकरण जमीन अलॉट कर चुका है। जबकि कुछ कंपनियों ने यहां उत्पादन भी शुरू कर दिया है। इधर इलाके में कंपनियों के शुरू होने पर करीब 2.5 से 3 लाख लोगों को अलग-अलग कंपनियों में रोजगार मिलेगा। नोएडा और ग्रेटर नोएडा के लचर परिवहन व्यवस्था को देखते हुए यमुना प्राधिकरण ने अभी से बेहतर कनेक्टिविटी देने के प्राधिकरण की योजना बनानी शुरू कर दी है।

इसके साथ ही साथ यमुना अथॉरिटी ने यह भी बताया है कि नॉएडा एयरपोर्ट से नई दिल्ली रेलवे स्टेशन तक मेट्रो कॉरिडोर बनाने के लिए प्राधिकरण डीपीआर तैयार कर चुका है। यह कॉरिडोर करीब 77 किलोमीटर लंबा होगा। मौजूदा समय में एक्वा ब्लू लाइन के कॉरिडोर को लेकर सर्वे कराया जा रहा है। उसके बाद टेंडर प्रक्रिया शुरू हो जाएगी।

शहरवासियों को जल्द ही अच्छे ट्रांसपोर्ट की सौगात मिलने जा रही है है। इसके लिए गौतमबुद्ध नगर में जेवर से लेकर ग्रेटर नोएडा वेस्ट तक के 37 रूट फाइनल किए गए हैं। उत्तर प्रदेश राज्य परिवहन निगम की ओर से पीएम ई बस सेवा के संचालन को लेकर 37 रूट फाइनल कर दिए गए है। नोएडा प्राधिकरण ने भी तैयारी पूरी कर ली है। जल्द ही सेक्टर-90 स्थित नोएडा मेट्रो रेल कॉर्पोरेशन (एनएमआरसी) सिटी बस डिपो से 100 मिडी बसों (9 मीटर) का संचालन शुरू कराया जाएगा।

बता दें कि तैयार रूट में नोएडा, ग्रेटर नोएडा, जेवर एयरपोर्ट तक शामिल किया गया है। बस संचालन के लिए रिक्वेस्ट फार प्रपोजल (आरएफपी) तैयार करने का काम नोएडा ट्रैफिक सेल (एनटीसी) की ओर से शुरू कर दिया गया है। बुधवार को एनटीसी ने 37 रूट को लेकर यूएमटीसी प्रतिनिधियों के साथ बातचीत की, जिससे पूरा जिला सिटी बस सेवा के नेटवर्क से जोड़ने को लेकर विस्तार से चर्चा हुई। सिटी बस के संचालन में सुबह पांच बजे से रात 11 बजे तक सेवा शहरवासियों को उपलब्ध कराई जाएगी।

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